Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

पश्चिम बंगाल : शांतिनिकेतन की विश्वभारती यूनिवर्सिटी में बवाल, तोड़े गए कई ऐतिहासिक ढांचे

विश्वभारती यूनिवर्सिटी

शांतिनिकेतन की विश्वभारती यूनिवर्सिटी में बवाल

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित शांति निकेतन की विश्वभारती यूनिवर्सिटी में सोमवार को हंगामा हुआ। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, स्थानीय लोग एक मेला ग्राउंड के पास बनी रही दीवार का विरोध कर रहे हैं। आक्रोशित लोगों ने विरोध जाहिर करने के लिए कई ऐतिहासिक ढांचों को भी नुकसान पहुंचाया है। निर्माण स्थल पर ईंट और सीमेंट भी उठाकर फेंक दिए गए हैं। पुलिस ने आंशिक बल का इस्तेमाल कर हालात पर काबू पाया है।

असल में विश्वभारती यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पिछले सप्ताह एक दीवार का निर्माण शुरू कराया था जिसका स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। इस दीवार का निर्माण एक मेला ग्राउंड के समीप कराया जा रहा है, जिसके विरोध में स्थानीय लोगों ने यूनिवर्सिटी कैम्पस में प्रदर्शन किया।

होम आइसोलेट मरीजों को डॉक्टर दे रहे हैं ये खास सलाह, कोरोना से ‘मुक्ति’

बताया जा रहा है कि शांति निकेतन में करीब 100 बीघा के करीब जमीन खाली है, जहां किसी प्रकार की रोक टोक नहीं थी। इस मेला ग्राउंड पर पौष मेला लगता है। स्थानीय लोग ग्राउंड का इस्तेमाल सुबह की सैर के लिए करते हैं। दीवार बनने पर जगह छोटी हो जाएगी। इसलिए लोग इसके विरोध में उतर आए हैं। फिलहाल हालात नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।

बता दें कि विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना 1921 में कविगुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर ने पश्चिम बंगाल के शांति निकेतन नगर में की थी। यह भारत के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है। विश्व-भारती विश्वविद्यालय कई मायनों में अनोखा है। इस विश्वविद्यालय में भारतीय संस्कृति और परम्परा के अनुसार दुनियाभर की किताबें पढ़ाई जाती हैं।

JDU के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने RJD की सदस्यता ग्रहण की

यहां भारत की पुरानी आश्रम शिक्षा पद्धति के अनुसार पढ़ाई होती है। यहां किसी पेड़ के नीचे जमीन पर बैठकर छात्रों को पढ़ते हुए देखा जा सकता है। शांतिनिकेतन का अर्थ होता है- शांति से भरा हुआ घर। इसके आस-पास की प्राकृतिक छटा देखते ही बनती है। देश-दुनिया के पर्यटक इस जगह को घूमने जाते रहते हैं।

Exit mobile version