अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने मून यानी यानी चंद्रमा से एक नमूना पृथ्वी पर लाया लेकिन उसके नमूने पृथ्वी पर लाए लेकिन छोटे-छोटे हिस्से अंतरिक्ष में लीक हो रहे हैं।दरअसल, मंगलवार की रात OSIRIS-REx का रोबोटिक हाथ Bennu पर स्थित चट्टानों के मलबे से टकराया और फिर उसने उसके टुकड़े को पृथ्वी से करीब 200 मिलियन मील (32 करोड़ किमी) दूरी पर एक कलेक्शन डिवाइस में फंसाया। ताकि इस सैंपल को धरती पर भेजा जा सके लेकिन बाद में तस्वीरों से पता चला कि इस कलेक्शन डिवाइस में वैज्ञानिक की सोच से कहीं ज्यादा बड़ा टुकड़ा था। अब इस टुकड़े की परतें खुरच-खुरचकर अंतरिक्ष में फैल रही हैं।
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OSIRIS-REx की टीम इस लीकेज को रोकने के लिए संघर्ष कर रही है और किसी तरह इस कलेक्शन डिवाइस को बांधने की कोशिश कर रही है।
डिवाइस के स्थिर न होने के कारण टीम इससे हो रहे लीकेज का सही अंदाजा भी नहीं लगा पा रही है। यदि यह प्रक्रिया जारी रही तो नासा को 2023 में सैंपल कैप्सूल के वापस आने तक यह भी पता नहीं चलेगा कि उसने क्षुद्रग्रह से कितनी सामग्री इकट्ठा की थी।
बता दें कि लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित लगभग 800 मिलियन डॉलर का मिनीवैन-आकार का यह OSIRIS-REx अंतरिक्ष यान 2016 में लॉन्च किया गया था और यह प्राचीन क्षुद्रग्रह का पहला सैंपल लेकर वापस आ रहा था। यह यान मार्च 2021 तक पृथ्वी पर वापसी की अपनी यात्रा शुरू नहीं करेगा।