अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) यानी वह त्योहार जो हमें हमारे कर्मों का अक्षय फल प्रदान करता है। पंचांग के अनुसार, यह पर्व वैशाख माह की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इसे आखा तीज के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर देव की विधि-विधान से पूजा की जाती है। यह दिन किसी नए काम की शुरुआत करने के लिए शुभ माना जाता है। वहीं अक्षय तृतीया के दिन सोना खरीदना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने से कभी भी सोने का क्षय नहीं होता है।
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) कब है?
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 29 अप्रैल को शाम 05 बजकर 31 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 30 अप्रैल को दोपहर 02 बजकर 12 मिनट पर तिथि खत्म होगी। उदया तिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा।
अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) पर क्या खरीदें?
– अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के दिन सोना चांदी के अभूषण खरीदना शुभ होता है। ऐसा करने से पूरे साल धन लाभ के योग बनते हैं।
– अगर अक्षय तृतीया के दिन सोना और चांदी नहीं खरीद सकते है, तो आपको इस दिन मिट्टी का घड़ा जरूर खरीदना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने व्यक्ति को कभी भी धन की कमी नहीं होती है।
– अक्षय तृतीया पर आप पीतल या तांबे के बर्तन खरीद सकते हैं। आप चाहें तो पीतल से बनी मां लक्ष्मी की मूर्ति भी खरीदकर घर ला सकते हैं।
– अक्षय तृतीया के दिन कौड़ी खरीदना भी शुभ माना जाता है। कहते है की कौड़ी माता लक्ष्मी को अति प्रिय हैं। अक्षय तृतीया के दिन 11 कौड़ियां खरीदें। उसे लाल रंग के कपड़े में बांधकर मां लक्ष्मी को अर्पित करें। – उसके बाद चतुर्थी के दिन इसे उठाकर तिजोरी या धन रखने की जगह पर रख दें।
– इसके अलावा आप अक्षय तृतीया के दिन पीली सरसों, पारद शिवलिंग और जौ भी खरीद सकते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती है।
भूलकर भी न खरीदें ये चीजें
अक्षय तीतृया (Akshaya Tritiya) के दिन एल्युमिनियम, स्टिल या प्लास्टिक की चीजें खरीदने से बचना चाहिए। साथ ही धन का लेनदेन भी नहीं करना चाहिए। इससे आलावा अक्षय तृतीया पर कांटे वाले पेड़-पौधे व काले रंग के वस्त्रों की खरीदना अशुभ माना जाता है।