बीजिंग। वुहान शहर का नाम जहन में आते ही उस शहर की याद अपने आप आ जाती है जहां से एक साल पहने कोरोना वायरस निकला और फिर पूरी दुनिया में फैल गया। यहां से ये वायरस ऐसा फैला कि एक साल बाद भी पूरी दुनिया इसकी चपेट से बाहर नहीं निकल सकी है। वुहान, चीन का एक बड़ा शहर होने के साथ साथ अजीबो-गरीब जीव-जंतुओं और जानवरों के मांस की मार्केट के तौर पर भी काफी मशहूर है।
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वुहान में महामारी के दौरान वॉलेंटियर के तौर पर अपनी सेवाएं देने वाले अन जुनमिंग ने बताया कि संकट को देखते हुए वुहान में 76 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया था। लोग इस दौरान घरों में कैद होकर रह गए थे। इस दौरान उन्होंने दिन में एक ही बार खाना खाया। इसकी वजह थी कि उस दौरान काम के चक्कर में खाना खाने का समय ही नहीं मिल पाता था। लोग भी काफी कम थे इसलिए उन्हें काफी चिंता भी होती थी। एक साल के बाद उन्हें उम्मीद है कि आने वाला नया साल 2021 पूरे शहर के लिए खुशहाली लेकर आएगा।
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वुहान में महामारी फैलने के बाद लगाए एक लॉकडाउन और कड़े नियमों की बदौलत पर यहां आए संकट को काफी हद तक काबू में कर लिया गया। इसके लिए वुहान में रहने वाले एक करोड़ से अधिक लोगों की व्यापक पैमाने पर लोगों की जांच की गई। आज महामारी के एक वर्ष बाद शहर के बार, रेस्तरां, शॉपिंग मॉल फिर से पुरानी रंगत में लौट आए हैं। महामारी और लॉकडाउन ने यहां के लोगों की शारीरिक और दिमागी हालत का कड़ा इम्तेहान लिया है।
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महामारी के सबसे पहले शिकार बने इस वुहान शहर के लोगों से इस दौरान ली गई फोटो और वीडियो को शेयर करने की अपील की थी। साथ ही उनसे ये भी जानना चाहा कि आने वाले वर्ष के लिए वो क्या सोचते हैं। 31 दिसंबर 2019 को शहर के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शहर में वायरस के हमले को लेकर नोटिस जारी किया गया था। यहां के लोगों के लिए ये एक साल सबसे बुरा था। इसके साथ इनके कई कड़वे अनुभव भी जुड़े हुए हैं।