गोरखपुर। यूपी के मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीशवर महन्त योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि जीवन में जब कोई चुनौती आए ,तो यह मानकर चलना चाहिए कि कोई बहुत अच्छा कार्य होने वाला है ।
श्री योगी गोरखनाथ मन्दिर में ब्रह्मलीन महन्त दिग्विजयनाथ एवं राष्ट्रसन्त ब्रह्मलीन महन्त अवेद्यनाथ की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित वाल्मीकि रामायण पर आधारित संगीतमय रामकथा के समापन के अवसर कही। इस अवसर पर सम्बोधित करते हुए कहा कि किसी बड़े कार्य की शुरुआत में कोई बड़ी बाधा आती ही है।
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उन्होंने कहा कि 492 वर्ष बाद अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का मंदिर निर्माण एक नए युग की शुरुआत है। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के अनुकूल भारत की यश और कीर्ति को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का सशक्त माध्यम भी यह मन्दिर निर्माण ही है। भारत के स्वाभिमान व सम्मान तथा गौरव को दुनिया के सामने रखने का एक अवसर भी यह मंदिर निर्माण प्रदान कर रहा है।
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उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ के पूज्य दोनों आचार्यों ने भी अपने जीवन का ध्येय रामजन्म भूमि मुक्ति को ही चुना था। उन्होंने कहा कि इसके पूर्व आचार्यों के पुण्यतिथि के अवसर पर मन्दिर परिसर में प्रतिवर्ष की भांती लोकमंगल के लिए कथा का आयोजन हुआ है।