फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी या आंवला एकादशी (Amalaki Ekadashi) कहा जाता है। इसे रंगभरी एकादशी के नाम से भी जानते हैं। आमलकी एकादशी होली से पहले आती है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार आमलकी एकादशी फरवरी या मार्च महीने में आती है। एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने व भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करने से पापों से मिलती है और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान श्रीहरि की कृपा से मनवांछित फल मिलता है। जानें आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi) व्रत की तारीख, पूजन मुहूर्त व व्रत पारण का समय-
आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi) की तिथि-
हिंदू पंचांग के अनुसार, आमलकी एकादशी तिथि 09 मार्च 2025 को सुबह 07 बजकर 45 मिनट पर प्रारंभ होगी और एकादशी तिथि का समापन 10 मार्च 2025 को सुबह 07 बजकर 44 मिनट पर समाप्त होगी। उदया तिथि में आमलकी एकादशी व्रत 10 मार्च 2025 को रखा जाएगा।
आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi) 2025 पूजन मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:59 ए एम से 05:48 ए एम
अभिजित मुहूर्त- 12:08 पी एम से 12:55 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:30 पी एम से 03:17 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 06:24 पी एम से 06:49 पी एम
अमृत काल- 06:12 पी एम से 07:52 पी एम
सर्वार्थ सिद्धि योग- 06:36 ए एम से 12:51 ए एम, मार्च 11
आमलकी एकादशी (Amalaki Ekadashi) व्रत पारण मुहूर्त-
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत के समाप्त करने को पारण कहते हैं। एकादशी व्रत के अगले दिन सूर्योदय के बाद पारण किया जाता है। एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि समाप्त होने से पहले किया जाना शुभ होता है। आमलकी एकादशी व्रत पारण का शुभ मुहूर्त 11 मार्च 2025 को सुबह 06 बजकर 35 मिनट से सुबह 08 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय सुबह 08 बजकर 13 मिनट है।