• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

निर्जला एकादशी कब है? जानें पारण का समय

Writer D by Writer D
30/05/2025
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
Nirjala Ekadashi

Nirjala Ekadashi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi) का व्रत साल की सभी 24 एकादशी व्रत में सबसे कठिन माना जाता है। भगवान विष्णु को समर्पित इस व्रत में पूरे दिन बिना अन्न जल के रहना होता है। कहते हैं इस निर्जला एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति को सभी एकादशियों का व्रत करने के बराबर पुण्य की प्राप्ति हो जाती है। इसे भीष्म एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। कहते हैं सबसे पहले इस व्रत को महाभारत काल में पांडु पुत्र भीम ने किया था, जिसकी वजह से इसे भीमसेनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन श्रद्धा भाव से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने के साथ व्रत का पालन करने वालें भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा व्यक्ति को समस्त पापों से भी मुक्ति मिलती है।

निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi) कब है?

वैदिक पंचांग के अनुसार, निर्जला एकादशी यानी जेष्ठ माह की एकादशी तिथि की शुरुआत 6 जून को देर रात 2 बजकर 15 मिनट पर शुरू होगी। वहीं तिथि का समापन अगले दिन 7 जून को तड़के सुबह 4 बजकर 47 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, 6 जून को रखा जाएगा।

निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi) पूजा विधि

निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi) के दिन व्रत करने के लिए सुबह उठकर स्नान आदि करें। इसके बाद पीले रंग के कपड़े पहनें और सूर्य देव को जल अर्पित करें।फिर भक्ति भाव से भगवान श्री हरि विष्णु का जलाभिषेक करें और प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें, इसके बाद भगवान विष्णु की श्रद्धा पूर्वक पूजा करें।अब प्रभु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें। मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें। पूरे दिन अन्न या जल का ग्रहण न करें। ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नमः का जाप करें।निर्जला एकादशी की व्रत कथा का पाठ करें और रात को दीपदान और आरती जरूर करें।

पारण का समय

निर्जला एकादशी के व्रत का पारण अगले दिन यानी 7 जून 2025 को किया जाएगा। इस दिन पारण का सही समय दोपहर 1 बजकर 44 मिनट से लेकर शाम 4 बजकर 31 मिनट तक हैं।

Tags: Nirjala Ekadashi
Previous Post

मेकअप किट में रखें इन शेड्स की लिपस्टिक

Next Post

गंगा दशहरा कब? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

Writer D

Writer D

Related Posts

CM Dhami
Main Slider

CM Dhami ने ITBP के हिमाद्री ट्रैकिंग अभियान-2025 को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

14/06/2025
NEET UG
Main Slider

NTA ने जारी किया नीट यूजी 2025 रिजल्ट, ऐसे चेक करें अपना स्कोरबोर्ड

14/06/2025
Corona
Main Slider

देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामले 7 हजार के पार , पंजाब ने जारी की एडवाइजरी

14/06/2025
IMA Passing Out Parade
Main Slider

IMA की पासिंग आउट परेड, देश को मिले 419 युवा सैन्य अफसर

14/06/2025
glowing skin
फैशन/शैली

फेस ग्लो के लिए करें इस फूल का इस्तेमाल, जानें फायदे

14/06/2025
Next Post
Ganga Dussehra

गंगा दशहरा कब? जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व

यह भी पढ़ें

Living room vastu

बैठक में करना चाहिए इन रंगों का इस्तेमाल

20/11/2021
Vladimir Putin

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 5वीं बार ली शपथ, कहा- दुश्मनों से सुधारेंगे रिश्ते

07/05/2024
Akhilesh Yadav, Jayant Chaudhary

अखिलेश-जयंत में हुआ गठबंधन, इतनी सीटों पर हुआ मंथन

23/11/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version