• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

श्री कृष्ण जन्माष्टमी कब है? नोट कर लें मुहूर्त

Writer D by Writer D
02/07/2025
in Main Slider, धर्म, फैशन/शैली
0
krishna janmastmi

krishna janmastmi

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami) का उत्सव बड़े ही धूम- धाम से मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से जाना जाता है। इस दिन श्री कृष्ण के बाल रूप यानी लड्डू गोपाल की पूजा- अर्चना की जाती है। हिंदू धर्म में कृष्ण जन्माष्टमी का बहुत अधिक महत्व होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथी और रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस दिन व्रत भी रखा जाता है। सभी मंदिरों और घरों में भव्य रूप से श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। आधी रात भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। रात्रि में 12 बजे श्री कृष्ण के जन्म के समय दुग्धभिषेक होता है।

जन्माष्टमी (Janmashtami) कब है-

इस बार गृहस्थों की जन्माष्टमी 15 अगस्त और वैष्णव की 16 अगस्त को है। पुराणों, धार्मिक ग्रंथों, मुहूर्त शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र की मध्य रात्रि में वृष लग्न में हुआ था, इसलिए सामान्यत: कृष्ण जन्माष्टमी में रोहिणी नक्षत्र विद्यमान रहता है। इस पावन दिन भगवान का विशेष अभिषेक और श्रृंगार अवश्य करें। भगवान के बाल स्वरूप लड्डू गोपाल को स्नान अभिषेक कराने के उपरांत नवीन वस्त्र धारण कराने चाहिए और माखन मिश्री पंचामृत, तुलसीदल का भोग लगाना चाहिए।

मुहूर्त-

अष्टमी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 15, 2025 को 11:49 पी एम बजे

अष्टमी तिथि समाप्त – अगस्त 16, 2025 को 09:34 पी एम बजे

रोहिणी नक्षत्र प्रारम्भ – अगस्त 17, 2025 को 04:38 ए एम बजे

रोहिणी नक्षत्र समाप्त – अगस्त 18, 2025 को 03:17 ए एम बजे

15 अगस्त को जन्माष्टमी (Janmashtami) का शुभ मुहूर्त-

निशिता पूजा का समय – 12:04 ए एम से 12:47 ए एम, अगस्त 16

अवधि – 00 घण्टे 43 मिनट्स

पारण समय – 09:34 पी एम, अगस्त 16 के बाद

पारण के दिन अष्टमी तिथि का समाप्ति समय – 09:34 पी एम

16 अगस्त को जन्माष्टमी (Janmashtami) मुहूर्त-

निशिता पूजा का समय – 12:04 ए एम से 12:47 ए एम, अगस्त 17

अवधि – 00 घण्टे 43 मिनट्स

पारण समय – 05:51 ए एम, अगस्त 17 के बाद

रोहिणी नक्षत्र के बिना जन्माष्टमी

पारण के दिन अष्टमी तिथि सूर्योदय से पहले समाप्त हो गयी।

Tags: janmashtami
Previous Post

सनस्क्रीन लगाते वक्त न करें ये गलतियां, स्किन हो जाएगी डैमेज

Next Post

सावन के पहले सोमवार पर पंचक का साया, न करें ये काम

Writer D

Writer D

Related Posts

Stuffed Karela
Main Slider

कड़वा करेला बन जाएगा सबका फेवरेट, इस तरह से बनाएं

27/10/2025
Gulab Jamun
खाना-खजाना

बची हुई चाशनी का इन तरीकों से कर सकते हैं इस्तेमाल

27/10/2025
फैशन/शैली

ब्लैकहेड्स को चेहरे से दूर करने के लिए करें ये इस्तेमाल

27/10/2025
Onion oil
फैशन/शैली

प्याज के तेल से बाल बनेंगे घने और मजबूत, जानें बनाने का तरीका

27/10/2025
Multani Mitti
फैशन/शैली

मिट्टी ये मिलेगा खिला हुआ चेहरा, ऐसे करें इस्तेमाल

27/10/2025
Next Post
Sawan, Panchak

सावन के पहले सोमवार पर पंचक का साया, न करें ये काम

यह भी पढ़ें

Yogi Government

प्रदेश का मान बढ़ाने वाले पदकवीरों का सरकार करेगी सम्मान

09/08/2022
CM Yogi

‘आत्मनिर्भर भारत’ एवं ‘विकसित भारत’ के निर्माण के लिए मतदान अवश्य करें: सीएम योगी

19/04/2024
cm yogi

योगी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग का किया गठन

28/12/2022
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version