जालंधर। बस्ती शेख निवासी 20 साल के युवक ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली। मंथन शर्मा उर्फ मानिक ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मारी। बताया जाता है कि मंथन के पेपरों में कम नंबर आए थे। मानिक डीएवी कॉलेज का छात्र था।
पढ़ाई में कमजोर मानिक मोबाइल पर पबजी गेम खेलने का शौकीन था। पिता ने मोबाइल तोड़ दिया तो उसने जान देने जैसा खौफनाक कदम उठा डाला। आरएसएस से जुड़े चंद्रशेखर बस्ती शेख में ही कैमिस्ट की दुकान चलाते हैं। चंद्रशेखर ने बताया कि उनका बेटा मंथन मोबाइल में पबजी गेम बहुत ज्यादा खेलता था।
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गेम में अधिक ध्यान होने के कारण पढ़ाई में भी उसके नंबर कम आए थे। डीएवी कॉलेज से बीकॉम फाइनल ईयर के छात्र मंथन वीरवार सुबह मोबाइल में पब्जी खेल रहा था।
पिता ने उसका मोबाइल तोड़ दिया इसके बाद वह पिता के मोबाइल में गेम खेलने लग पड़ा। चंद्रशेखर ने फिर डांटा तो गुस्से में मानिक ने उन्हीं की लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को गोली मार ली।
चंद्रशेखर ने मायूसी जताते हुए कहा कि अगर बच्चे पढ़ाई नहीं करते तो क्या मां-बाप ने डांट भी नहीं सकते।