मार्च के महीने में शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami ) का व्रत रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं में मासिक दुर्गा अष्टमी विशेष महत्व वाली मानी जाती है और इस दिन कई लोग व्रत भी रखते हैं। इस दिन पूरे विधि-विधान से मां दुर्गा की आराधना की जाती है। मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। इसलिए आइए जानते हैं मासिक दुर्गा अष्टमी की पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व के बारे में-
मार्च में कब रखा जाएगा मासिक दुर्गाष्टमी (Masik Durgashtami ) व्रत:
दृक पंचांग के अनुसार, मार्च 06 को शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि सुबह 10:50 बजे से प्रारंभ होगी। इस तिथि की समाप्ति मार्च 07 को सुबह 09:18 बजर तक होगी। उदया तिथि के अनुसार, मार्च 07 को मासिक दुर्गा अष्टमी का व्रत रख मां दुर्गा की पूजा की जाएगी।
मासिक दुर्गा अष्टमी (Masik Durgashtami ) पूजा-विधि
1- सुबह उठकर स्नान करें और मंदिर साफ करें।
2- दुर्गा माता का गंगाजल से अभिषेक करें।
3- मैया को अक्षत, लाल चंदन, चुनरी और लाल पुष्प अर्पित करें।
4- सभी देवी-देवताओं का जलाभिषेक कर फल, फूल और तिलक लगाएं।
5- प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
6- घर के मंदिर में धूपबत्ती और घी का दीपक जलाएं
7- दुर्गा सप्तशती और दुर्गा चालीसा का पाठ करें
8 – फिर पान के पत्ते पर कपूर और लौंग रख माता की आरती करें।
9 – अंत में क्षमा प्रार्थना करें।
मासिक दुर्गा अष्टमी (Masik Durgashtami ) महत्व:
मान्यताओं के अनुसार, मासिक दुर्गा अष्टमी तिथि विशेष रूप से फलदायी मानी जाती हैं। मासिक दुर्गा अष्टमी के दिन व्रत रखने और माता की आराधना करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।