सनातन धर्म में पूजा के बाद भगवान की आरती (Aarti) उतारने का अपना खास महत्व है। देवी देवताओं के सम्मान में उनके सामने ज्योति जलाकर आरती की जाती है। मान्यता है कि नियमित रूप से आरती करने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और हमेशा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। लोग घर में की जाने वाली आरती के लिए कई तरह की तैयारियां करते हैं। थाली से लेकर रोली चंदन समेत पूजा में इस्तेमाल किए जाने वाले तेल और फूल माला की तैयारी जरूरी है। बात की जाए आरती में इस्तेमाल किए जाने वाली तेल की तो इसे लेकर लोगों की राय अलग-अलग होती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आरती (Aarti) के लिए किस तेल का इस्तेमाल करना सबसे शुभ माना जाता है?
आरती (Aarti) के लिए कौन सा तेल है सबसे अच्छा?
बता दें कि आरती (Aarti) के लिए तिल का तेल सबसे सही होता है। वहीं गाय का घी और सरसों के तेल का इस्तेमाल भी शुभ माना गया है। बता दें कि तिल के तेल से आरती उतारने से कई लाभ मिलते हैं। इसके इस्तेमाल से कुंडली में सूर्य और चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है।
इसी के साथ बाकी ग्रहों के दोष भी शांत होते हैं। तिल के तेल का दिया जलाकर आरती करने से शनि दोष और राहु-केतु के दोष भी धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं। वहीं घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अगर आप घी का दिया लेकर आरती उतारते हैं तो इससे भी घर में सुख-शांति आएगी। साथ ही घर से नकारात्मक ऊर्जा तुरंत बाहर चली जाएगी।
अमूनन हर घर में सरसों के तेल का दिया जलाकर भगवान की आरती की जाती है। बता दें कि इस तेल के दिए से आरती उतारने पर शनिदेव प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा जमकर बरसाते हैं। वहीं इससे मानसिक शांति भी खूब मिलती है। कुल मिलाकर आरती के लिए तिल का तेल, सरसों का तेल और घी का दिया बेस्ट होता है। घर में रोजाना होने वाली आरती के लिए आप तिल के तेल का चयन कर सकते हैं।