नई दिल्ली। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय स्वास्थ्य मुद्दों के लिए नेतृत्व और प्रतिबद्धता जताने के लिए काम करने वाले छह पुरस्कारों की घोषणा की। इनमें से एक पुरस्कार भारत की आशा कार्यकर्ताओं (asha workers) को कोरोना के समय जनता की सेवा करने के लिए मिला है।
देशभर में आशा कार्यकर्ताओं (asha workers) ने कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान अभूतपूर्व काम किया था। जब अस्पतालों में जगह और डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा था तो आशा कार्यकर्ताएं (asha workers) लोगों की सेवा के लिए डटकर सामने खड़ी हुई थीं।
ASHA (Accredited Social Health Activist)
WHO की ओर से भारत की करीब 10 लाख महिला आशा कार्यकर्ताओं (asha workers) को, समुदाय को स्वास्थ्य प्रणाली से जोड़ने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सम्मानित किया गया है। कोविड-19 महामारी के समय गरीबी में रहने वाले लोगों की प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल आशा कार्यकर्ताओं (asha workers) ने ही की थी।
IPL: लिविंग्स्टन की तूफानी पारी से आखिरी लीग मैच में पंजाब की जीत
आशा कार्यकर्ताओं (asha workers) ने बच्चों को टीके से रोके जा सकने वाली बीमारियों, मातृ देखभाल और टीकाकरण के लिए काम किया। वो लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य देखभाल, हाई ब्लड प्रेशर और टीवी के लिए इलाज और पोषण, स्वच्छता और स्वस्थ जीवन के लिए काम कर रही हैं।