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अगस्त में थोक मुद्रा स्फीति बढ़कर शून्य से नीचे

Wholesale Inflation

inflation

देश में खासकर खनिज तेल मूल धातुओं और रसायनों के दाम में नरमी के चलते थोक मुद्रा स्फीति (Wholesale Inflation) शून्य के नीचे बनी हुई है लेकिन अगस्त 2023 में खाद्य उत्पादों और सब्जियों के दामों में तेजी के चलते यह बढ़कर शून्य से 0.52 प्रतिशत पर पहुंच गयी। जुलाई में यह शून्य से 1.36 प्रतिशत नीचे थी। थोक मुद्रा स्फीति का अप्रैल के बाद सबसे ऊंचा स्तर है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अगस्त माह में सभी वस्तुओं वाला थोक मूल्य (Wholesale Inflation) सूचकांक बढ़कर 152.4 अंक था। इससे पिछले माह थोक मूल्य सूचकांक 151.9 अकं था।

थोक मूल्य मुद्रा स्फीति (Wholesale Inflation) का यह अप्रैल के बाद सबसे ऊंचा स्तर है। अप्रैल में थोक मुद्रा स्फीति शून्य से 0.79 प्रतिशत नीचे और जून में शून्य से 4.18 प्रतिशत के रिकॉर्ड स्तर से नीचे चली गयी थी।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य मुद्रा स्फीति के शून्य से नीचे होने के बावजूद खाद्य वस्तुओं और सब्जियों के थोक भाव ऊंचे बने हुए हैं। अगस्त में खाद्य वस्तुओं के थोक भाव सालाना आधार पर 10.60 प्रतिशत ऊपर थे। इसी तरह अनाज की मुद्रा स्फीति 7.25 प्रतिशत, चावल में मुद्रा स्फीति 9.18 प्रतिशत, गेंहू में 5.81 प्रतिशत और दालों में मुद्रा स्फीति 10.45 प्रतिशत थी।

इसी तरह सब्जियों के भाव पिछले वर्ष की तुलना में 48.39 प्रतिशत, अगस्त में आलू का भाव सालाना आधार पर 24.02 प्रतिशत नीचे था जबकि प्याज थोक में 31.42 प्रतिशत ऊपर चल रही थी। फल के थोक मूल्य अगस्त में 12.88 प्रतिशत नीचे थे। तिलहनों के दाम में सालाना आधार पर 9.41 प्रतिशत गिरावट दिखी।

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ईंधन और बिजली वर्ग में थोक मुद्रा स्फीति शून्य से 6.03 प्रतिशत नीचे रही। एलपीजी के भाव सालाना आधार पर 24.01 प्रतिशत नीचे रहे। इसी तरह पेट्रोल और डीजल के थोक मूल्यों में सालाना आधार पर 2.13 और 11.30 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी।

खाद्य तेलों और वसा के थोक भाव अगस्त में एक साल पहले की तुलना 20.87 प्रतिशत नीचे थे। कपड़ा के दामों में इस दौरान 8.46 प्रतिशत कागज में 10.36 प्रतिशत और रसायन तथा रासायनिक उत्पादों में 7.03 प्रतिशत की कमी दर्ज की गयी। मूल धातुओं के भाव अगस्त में सालाना आधार पर 5.71 प्रतिशत नीचे दिखे। तैयार इस्पात के भाव में एक साल पहले की तुलना में 4.80 प्रतिशत की गिरावट दिखी।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को जारी खुदरा मूल्य सूचकांक के अनुसार, अगस्त में मुद्रा स्फीति कम होकर 6.83 प्रतिशत थी। जुलाई में खुदरा मुद्रा स्फीति 7.44 प्रतिशत थी।

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