खाद्य पदार्थों की कीमतों में उछाल की वजह से थोक मूल्य सूचकांक (WPI) पर आधारित थोक महंगाई दर (Wholesale Inflation) बढ़कर सितंबर महीने में 1.84 फीसदी हो गई, जबकि अगस्त महीने में यह 1.31 फीसदी थी। सितंबर 2023 में थोक महंगाई दर 0.26 फीसदी थी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने सोमवार को एक बयान में कहा कि सितंबर महीने में थोक महंगाई दर (Wholesale Inflation) सालाना आधार पर बढ़कर 1.84 फीसदी पर पहुंच गई है। इससे पिछले महीने अगस्त में यह दर घटकर 1.31 फीसदी पर आ गई थी। जुलाई में थोक महंगाई दर 2.04 फीसदी रही थी। मंत्रालय ने कहा कि सब्जियों और खाने-पीने के चीजों के दाम बढ़ने की वजह से थोक महंगाई दर बढ़ी है।
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आंकड़ों के मुताबिक खाद्य पदार्थों की कीमतें सितंबर महीने में बढ़कर 9.47 फीसदी हो गई है, जबकि अगस्त में यह 3.26 फीसदी रही थी। हालांकि, सितंबर में ईंधन और बिजली की कीमतों में 4 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है, जबकि पिछले महीने यह 0.67 फीसदी थी।
वहीं, थोक मूल्य (Wholesale Inflation) सूचकांक के प्राइमरी आर्टिकल की सलाना मुद्रास्फीति दर बढ़कर 6.59 फीसदी हो गई है, जो अगस्त में 2.42 फीसदी रही थी। हालांकि, मैन्युफैक्चरिंग उत्पादों की थोक महंगाई दर 1.22 फीसदी से घटकर एक फीसदी पर आ गई है।