भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के महंगाई कम करने की कोशिशों का असर दिख रहा है। पहले रिटेल महंगाई दर में नरमी को देखा गया, और अब बुधवार को थोक महंगाई (Wholesale Inflation) दर के आंकड़े भी आ गए हैं। मई में थोक मूल्य पर आधारित महंगाई दर सालाना आधार पर नीचे आई है। ये शून्य से 3.48 प्रतिशत नीचे रह गई है। अप्रैल में ये शून्य से 0.92 प्रतिशत नीचे थी।
मई में थोक (Wholesale) खाद्य कीमतों में 1.59% की गिरावट आई, जबकि ईंधन और बिजली में 9.17% की गिरावट आई। मई, 2023 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से खनिज तेलों, बुनियादी धातुओं, खाद्य उत्पादों, वस्त्र, गैर-खाद्य वस्तुओं, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और रसायन और रासायनिक उत्पादों की कीमतों में गिरावट के कारण आई है।
महंगाई के मोर्चे पर एक और राहत भरी खबर आई है। थोक महंगाई (Wholesale Inflation) दर तीन वर्षों के निचले स्तर पर पहुंच गई है। इससे पहले खुदरा महंगाई दर में भी गिरावट दर्ज की गई थी। मई में थोक महंगाई दर अप्रैल के -0.92% के मुकाबले -3.48% दर्ज की गई। जून 2020 के बाद यह दूसरा सबसे कम स्तर है। जून 2020 में थोक महंगाई दर -1.81% दर्ज की गई थी।
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वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले उद्योग एवं आंतरिक व्यापार प्रमोशन विभाग (डीपीआईआईटी) ने इसके आंकड़े जारी किए हैं। अप्रैल महीने की तुलना में थोक महंगाई में ये गिरावट 0.86 प्रतिशत रही है।