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सितंबर में यात्री वाहनों की थोक बिक्री 26.45 फीसद बढ़कर पहुंची 2,72,027 इकाइयों पर

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यात्री वाहनों की थोक बिक्री

नई दिल्ली| सितंबर के महीने में देश में यात्री वाहनों की थोक बिक्री 26.45 फीसद बढ़कर 2,72,027 इकाइयों पर पहुंच गई। साल भर पहले यानी सितंबर 2019 में 2,15,124 खुदरा वाहनों की बिक्री हुई थी। वाहन विनिर्माता कंपनियों के संगठन सिआम ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।  सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्यूफैक्चरर्स (सिआम) के ताजे आंकड़ों के अनुसार, इस दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री साल भर पहले की 16,56,658 इकाइयों की तुलना में 11.64 फीसद बढ़कर 18,49,546 इकाइयों पर पहुंच गई।

इस दौरान 12,24,117 मोटरसाइकिलों की बिक्री हुई, जो साल भर पहले की 10,43,621 इकाइयों की तुलना में 17.3 फीसद अधिक है। स्कूटरों की बिक्री साल भर पहले की 5,55,754 इकाइयों की तुलना में मामूली बढ़कर 5,56,205 इकाइयों पर रही।  जुलाई-सितंबर 2020 की तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि से 17.02 फीसद बढ़कर 7,26,232 इकाई रही। साल भर पहले यह 6,20,620 इकाई रही थी। सितंबर तिमाही के दौरान दोपहिया वाहनों की बिक्री इस वित्त वर्ष में 46,90,565 इकाई रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 46,82,571 इकाई थी।

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हालांकि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में इस दौरान 20.13 फीसद की गिरावट देखने को मिली। साल भर पहले सितंबर तिमाही में 1,67,173 वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री हुई थी, जो कम होकर 1,33,524 इकाइयों पर आ गई। सभी श्रेणियों के वाहनों की कुल बिक्री दूसरी तिमाही में मामूली गिरकर 55,96,223 इकाइयों पर आ गई। साल भर पहले सभी श्रेणियों में 56,51,459 वाहनों की बिक्री हुई थी।

सिआम के अध्यक्ष केनिचि आयुकावा ने कहा, ”दूसरी तिमाही में कुछ श्रेणियों में उबरने के संकेत मिल रहे हैं। यात्री वाहनों और दोपहिया वाहनों में सकारात्मक रुख है, हालांकि इसका कारण पिछले साल बिक्री कम रहना भी है।  उन्होंने कहा कि वाणिज्यिक वाहनों और तिपहिया वाहनों जैसे अधिकांश उद्योग खंडों में बिक्री पांच-छह साल पहले की समान तिमाही के स्तर पर रही है। हालांकि उद्योग जगत त्योहारी सत्र में बिक्री की संभावनाओं को लेकर आशावान है।

आयुकावा ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के बीच में भारतीय वाहन उद्योग पूरी आपूर्ति श्रृंखला में उपभोक्ताओं व कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए मुश्किल परिस्थितियों में उत्पादन व बिक्री बढ़ाने के लिये कड़ी मेहनत कर रहा है।  उन्होंने कहा कि वाहन ऋण पर आठ प्रतिशत से नीचे की ब्याज दर से उपभोक्ताओं को नये वाहन खरीदने के लिये प्रोत्साहन मिलना चाहिये।

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