बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने राजस्थान में हो रही घटनाओं पर आज सवाल उठाया और कहा कि उत्तर प्रदेश की घटनाओं पर लोगों से मिलना और घटनास्थल पर जाना नाटकबाजी से ज्यादा कुछ नहीं है।
उन्होंने आज दो ट्वीट किये और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गाधी का नाम लिये बिना कहा कि उत्तर प्रदेश में इनका लोगों से मिलना मात्र वोट के लिये है। जनता को ऐसे नाटकबाज नेताओं से सावधान रहना चाहिये।
2. लेकिन यहाँ कांग्रेसी नेता अपनी सरकार पर शिकंजा कसने की बजाए खामोश हैं। इससे यह लगता है कि यू.पी. में अभी तक जिन भी पीड़ितों से ये मिले हैं तो यह केवल इनकी वोट की राजनीति है व कुछ भी नहीं। जनता ऐसी ड्रामेबाजियों से सर्तक रहे, बी.एस.पी. की यह सलाह। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) October 11, 2020
इन नेताओं को राजस्थान में हो रहे अपराध दिखार्द नहीं देते। कांग्रेस के नेता उत्तर प्रदेश में सिर्फ राजनीति के लिये आते हैं, इनकी पीड़ितों से कोई सहानुभूति नहीं होती है।
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उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता अपनी सरकार पर शिकंजा कसने के बजाय खामोश हैं। उत्तर प्रदेश की तरह राजस्थान में भी कांग्रेस शासन में जंगल राज है। वहां हर प्रकार के अपराध, उसमें दलित तथा महिलाओं का उत्पीड़न, निर्दोष की हत्या हो रही है। लिहाजा वहां कानून का नहीं जंगल राज चल रहा है।