लड़कियों को घर की लक्ष्मी कहा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में बेटी होती हैं, उस घर में बरकत बनी रहती है। इसलिए हर माता-पिता अपनी बेटी को बहुत प्यार से रखते हैं। लेकिन जब शादी की बात आती है, तो उसके बारे में सोचकर थोड़े परेशान हो जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल के टुकड़े को दूर करने की बात होती है। लेकिन माता-पिता इसकी तैयार भी काफी समय पहले से कर लेते हैं। उसके लिए सामान जोड़ते हैं। अच्छे से उसकी शादी करते हैं। इसके बाद गंगा स्नान (Ganga Snan) करते हैं। इसपर भी कई सारे सवाल उठते हैं कि आखिर बेटी की शादी के बाद माता-पिता को गंगा स्नान क्यों करना होता है? चलिए आपको बताते हैं आखिर माता-पिता को स्नान के लिए क्यों कहा जाता है।
बेटी की शादी के बाद क्यों करते हैं गंगा स्नान (Ganga Snan)
गंगा स्नान (Ganga Snan) करना पुण्य की बात होती है। इसलिए हर कोई गंगा में डुबकी जरूर लगता है। लेकिन बेटी की शादी के बाद गंगा स्नाना का एक अलग ही महत्व होता है। शादी करने के बाद माता-पिता स्नान करने के लिए अलग से घाट जाते हैं, ताकि स्नान कर सके। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे बड़े-बुर्जग की कहावत आज भी कही जाती है कि बेटी की शादी कर ली मतलब गंगा स्नान कर लिया। इससे आपको स्वर्ग मिल गया। लेकिन इसके पीछ एक वजह और भी है। जिसे भी जानने के लिए कई लोग उत्साहित रहते हैं।
कन्यादान के बाद किया जाता है गंगा स्नान (Ganga Snan)
हमारे शास्त्रों में कन्यादान सबसे बड़ा दान कहा जाता है। इसलिए माता-पिता शादी के समय ये संस्कार करते हैं। अपनी बेटी के हाथ पीले करते हैं। इसके बाद माता-पिता की बेटी किसी और घर की बहू बन जाती है। शादी के संपन्न होने के बाद माता-पिता गंगा स्नान करते हैं। ऐसा इसलिए ताकि अगर इस पूजा में किसी तरह का कोई विघ्हन डला हो तो इसका असर उनकी बेटी के जीवन में न पड़े। उनका जीवन सुखमय बीते। इसलिए गंगा स्नान (Ganga Snan) किया जाता है।
गंगा स्नान (Ganga Snan) कब कर सकते हैं
कई सारे लोग शादी के तुरंत बाद गंगा स्नान (Ganga Snan) कर लेते हैं। लेकिन आप शादी के 1 साल के अंदर इसे कर सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि ये एक रसम की तरह होती है, जिसे पूरा करना होता है। इसलिए आप शादी के 1 साल पूरे होने से पहले स्नान करने के लिए गंगा घाट जा सकते हैं।