• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

‘जब पूरा देश खुल रहा है तो मंदिर, मस्जिद, चर्च क्यों नहीं’ : सुप्रीम कोर्ट

Desk by Desk
01/08/2020
in Main Slider, ख़ास खबर, नई दिल्ली, राष्ट्रीय
0
14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नयी दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने झारखंड सरकार से पूछा कि जब पूरा देश खुल रहा है तो केवल मंदिर, मस्जिद, चर्च और दूसरे धार्मिक स्थल क्यों बंद हैं? महत्वपूर्ण दिनों में क्यों नहीं खुलना चाहिए?

न्यायमूर्ति अरुण कुमार मिश्रा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे की याचिका की सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की।

न्यायालय ने झारखंड के देवघर स्थित ऐतिहासिक वैद्यनाथ धाम मंदिर में सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को जाने देने की सलाह दी। न्यायालय ने कहा कि राज्य सरकार को ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए, जिससे सीमित संख्या में श्रद्धालु दर्शन कर सकें, क्योंकि ई-दर्शन कोई दर्शन नहीं होता।

महाराष्ट्र में कोरोना रिकवरी दर 60.68 फीसदी, संक्रमितों की संख्या 4.22 लाख के पार

न्यायमूर्ति मिश्रा ने कहा कि आने वाली पूर्णमासी और भादो महीने में नयी व्यवस्था लागू करने के प्रयास करने की सलाह दी और कहा कि श्रद्धालुओं को ई-टोकन जारी करना भी एक माध्यम हो सकता है।

न्यायमूर्ति मिश्रा ने झारखंड सरकार से पूछा, “पूरा देश खुल रहा है, केवल मंदिर, मस्जिद, चर्च और दूसरे धार्मिक स्थल क्यों बंद हैं? महत्वपूर्ण दिनों में उन्हें खुलना चाहिए। मंदिर में ई-दर्शन, दर्शन करना नहीं होता है।” न्यायालय ने यह टिप्पणी कोरोना संकट काल में झारखंड के देवघर में बाबा बैद्यनाथ मंदिर में भक्तों को केवल ई-दर्शन की इजाज़त दिये जाने पर की।

1 अगस्त से लागू हो रहे हैं ये बदलाव, पढ़ें आप पर क्या होगा असर

श्री दुबे ने झारखंड उच्च न्यायालय के उस फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है, जिसमें केवल ई-दर्शन की इजाजत करने का आदेश दिया गया था। शीर्ष अदालत ने राज्य सरकार से कहा कि कोरोना संकट काल में भीड़ न लगे, इसके लिए भक्तों को मंदिर में सीमित संख्या में दर्शन करने की व्यवस्था क्यों नहीं करते?

झारखंड सरकार की तरफ से वरिष्ठ वकील सलमान खुर्शीद पेश हुए।

Tags: 24ghante online.comSupreme Courtझारखंड सरकारसुप्रीम कोर्ट
Previous Post

लालू यादव पर कोरोना के खतरे का अलर्ट, दूसरे जगह किया जाएगा शिफ्ट

Next Post

जानिए भारत में मित्रता दिवस कब मनाया जाता है?

Desk

Desk

Related Posts

Nose Surgery
गोरखपुर

मासूम के नाक के अंदर निकल आया दांत, फिर हुया ये की…

06/10/2025
CM Dhami
राष्ट्रीय

खेलों से जुड़ें युवा, जीवन में अनुशासन और टीमवर्क लाएं: मुख्यमंत्री धामी

06/10/2025
8 killed in SMS Hospital fire accident
Main Slider

SMS हॉस्पिटल आग हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर हुई 8, मुख्यमंत्री पहुंचे अस्पताल

06/10/2025
PM Modi expressed grief over the fire incident at SMS Hospital
राजनीति

जिन्होंने अपने अपनों को खोया… SMS हॉस्पिटल में आग की घटना पर पीएम मोदी ने जताया शोक

06/10/2025
Election Commission
Main Slider

Bihar Election: चुनाव आयोग आज करेगा तारीखों का ऐलान, राजनीतिक दलों ने किया ये आग्रह

06/10/2025
Next Post
मित्रता दिवस

जानिए भारत में मित्रता दिवस कब मनाया जाता है?

यह भी पढ़ें

UP MLC Election Result

गांधीनगर निकाय चुनाव में 40 सीटों पर BJP की जीत, आप को मिली मात्र एक सीट

05/10/2021
Koyal

सुबह उठते ही अगर सुनाई दें ये आवाज, तो समझें होने वाली है धन की बरसात

12/01/2024
Shani Dev

शनि देव चलेंगे उल्टी चाल, ये राशियों पर होगी धन की बरसात

26/05/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version