रक्षाबंधन पर्व को लेकर वृंदावन में रहने वाली विधवा बहनों ने शुक्रवार को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को राखी और वृंदावन थीम वाले मास्क भेजे हैं। पिछले कुछ साल पहले तक कुछ विधवाएं रक्षाबंधन के ही दिन राखी बांधने के लिए प्रधानमंत्री आवास दिल्ली जाती थीं, लेकिन कोरोना संकट के कारण दो सालों से नहीं जा सकी हैं।
सुलभ होप फ़ाउंडेशन के द्वारा हरेक साल विधवा बहनों के लिए राखी बनाने का कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। शुक्रवार को भी आयोजन वृंदावन के मां शारदा आश्रम में किया गया। बहनों ने दो टोकरी में अपने द्वारा बनाई गयी राखी को सजाकर प्रधानमंत्री के लिए दिल्ली भेजी है। सुलभ के प्रतिनिधि द्वारा बताया कि यह राखियां शनिवार तक पीएमओ पहुंच जायेंगी।
गौरतलब हो कि सामाजिक कलंक को तोड़ने के उद्देश्य से, प्रसिद्ध सामाजिक सुधारक और सुलभ आंदोलन के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर पाठक ने वृंदावन में रहने वाली विधवाओं के लिए सभी महत्वपूर्ण हिंदू अनुष्ठानों का आयोजन शुरू किया था। रक्षाबंधन भी उसमें से एक है, लेकिन पिछले दो सालों से कोरोना संकट के कारण ऐसा कोई कार्यक्रम संभव नहीं हो सका।
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इससे पहले हजारों विधवाओं की ओर से, चार-पांच विधवाएं बहनें प्रधानमंत्री मोदी को राखी बांधने के लिए दिल्ली जाती थीं। लेकिन दो वर्षों से कोरोना संकट के चलते यह बहनें नहीं जा पा रही है। लेकिन इस बार भी उन्होंने मोदीजी के छवियों के साथ 251 विशेष राखी तैयार की हैं और साथ में विशिष्ट “वृंदावन-थीम” वाले फेस मास्क भी तैयार कर शुक्रवार भेजे हैं।
फाउंडेशन की उपाध्यक्ष विनीता वर्मा ने कहा कि कुछ राखियों में प्रधानमंत्री जी का मास्कयुक्त फोटो भी है। लगभग 77 वर्षीय उषा दासी, जिन्होंने बीते दिन व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री क़ो राखी बांधने गयी थीं। इस बार वे नहीं जा पाने से काफी दुखी है