गोला गोकर्णनाथ, खीरी। जिस तरह से 2017 से पहले सपा सरकार में गोला विधान सभा क्षेत्र में विकास कार्य का पहिया थम गया। उससे क्षेत्र की जनता त्राहि त्राहि करने लगी थी और बदलाव को लेकर जनता मेरी ओर निहारने लगी थी। वर्ष 2017 के विधान सभा चुनाव में हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई हर धर्म व जाति के लोगों ने मेरे पक्ष में मतदान कर 55 हजार से अधिक मतो विजयी दिलायी थी। पांच साल के कार्यकाल में क्षेत्र का चहुमुंखी विकास हुआ है।
यह बात विधायक अरविन्द गिरि (Arvind Giri) ने केन्द्रीय चुनाव कार्यालय पर कही। उन्होंने (Arvind Giri) कहा कि छात्र जीवन से राजनीति में आकर 20 वर्षाे तक नगर पालिका अध्यक्षी और विधायकी के कार्याकाल में केवल क्षेत्र के विकास का मुद्दा सर्वोपरि रखा है। गोला को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए नगर के बाहर रिंग रोड, वन चेतना केंद्र, कपरहा में बिजली सब स्टेशन, ग्रामीण क्षेत्र में सडको, पुलों का निर्माण आदि पर कार्य किया है। कोरोना काल में सपा के लोग मैदान से गायब थे, यहां मेरे साथ प्रशासन, डाक्टर और बीजेपी के कार्यक्रता एक-एक लोग का जीवन बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे।
जो संकट के समय आपका साथी नहीं, उस व्यक्ति को चुनाव के समय साथ कैसे चुन सकते हैं। श्री गिरि ने कहा कि भाजपा का नारा है, सबका साथ और सबका विकास है और यही हमारी परम्परा वर्षों से चली आ रही है और इसी कार्यशैली का आधार भी रहा है। इसी एजेंडे पर पुनः काम करते हुए जीवनपर्यंन्त क्षेत्र के विकास व जनसमस्याओं के निस्तारण के लिए संघर्षरत रहेगें। इस समय बीजेपी की लहर चल रही है और इसे आंधी में बदलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जिस तरह कमल की एक एक पंखुडी खिल रही है, उसी तरह 23 फरवरी को गोला विधान सभा में एक बार फिर कमल खिलेगा। श्री गिरि ने क्षेत्र के मतदाताओं से 23 फरवरी को होने वाले मतदान में उन्हें पुनः विजयी बनाने की अपील की।
इसके बाद भाजपा प्रत्याशी अरविंद गिरि ने चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बांस गांव, काजरकोरी, सिंगहा हार, अल्लीपुर, परसेहरा, परसाडिया, बसही खुर्द, शाहबुद्दीनपुर, रामखेड़ा में जनसम्पर्क कर कमल के निशान पर वोट देने की अपील की।
इस मौके पर विपिन यादव, रामगुलाम पांडेय, रामनरेश यादव, संतोष वर्मा, संदीप शुक्ला, सचिन आदि मौजूद रहे।