धर्म डेस्क। हिंदुओं में जितने भी व्रत होते हैं उनमें सबसे ज्यादा कठिन व्रत हरतालिया तीज का ही होता है। इसमें महिलाएं 24 घंटे व्रत रखती हैं। एक पूरा दिन व्रत रखने के बाद अगले दिन सुबह शिव और गौरी की पूजा करने के बाद ही अपना व्रत खोलती है। यहां तक कि व्रती महिलाओं को रात में सोने की भी मनाही होती है। इस व्रत के दौरान व्रती को सोलह श्रृंगार करना होता है साथ ही विधि विधान से पूजा पाठ भी करना होता है। इस बार हरतालिका व्रत 21 अगस्त को है।
ये व्रत सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के लिए तो वहीं शादी से पहले लड़कियां सुयोग्य वर की इच्छा प्राप्ति के लिए इस व्रत को रखती हैं। इस व्रत के दौरान महिलाएं भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती को पूजा में कई चीजें चढ़ाती हैं। जिसमें फलों के अलावा एक विशेष प्रसाद भी होता है। इसी प्रसाद को खाकर महिलाएं अपना व्रत खोलती हैं। जानिए किस खास चीज को खाकर व्रती हरतालिका तीज का व्रत पूजा के बाद खोलती हैं।
ये है विशेष प्रसाद
हरतालिका तीज का व्रत महिलाएं अगले दिन सुबह माता पार्वती और शिव जी की पूजा करने के बाद खोलती हैं। व्रत खोलने से पहले महिलाएं माता पार्वती को सिंदूर चढ़ाती हैं और हलवे का भोग लगाकर व्रत खोलती हैं। ये हलवा सूजी का होता है। हालांकि कई जगह कई और चीजें बनाकर भोग लगाते हैं और उससे भी व्रत खोलते हैं।
पूजा के दौरान थाल में जरूर रखें ये चीजें
- भोलेनाथ और माता पार्वती की मूर्ति रखने के लिए थाली
- पूजा के लिए लकड़ी का पाटा
- लकड़ी के पाटे पर बिछाने के लिए पीले रंग का कपड़ा
- पूजा के लिए नारियल
- पानी से भरा कलश
- आम के पत्ते
- दीप जलाने के लिए घी और दीया
- अगरबत्ती और धूप
- आरती के लिए कपूर
- पान के पत्ते
- सुपारी
- केले
- दक्षिणा
- बेलपत्र और धतूरा
- शमी की पत्तियां
- जनेऊ
- माता पार्वती के लिए चुनरी
- सुहाग का सामान
- मेहंदी
- काजल और सिंदूर
- चूड़ियां, बिंदी
- गौर बनाने के लिए मिट्टी और पंचामृत