किसानों के संघर्ष को बधाई देते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह भाजपा के अहंकार की हार है और किसानों के संघर्ष की जीत है, जिसके कारण किसानों से संबंधित तीनों काले कानून वापस हो गये। किसान कभी भाजपा को माफ नहीं करेंगे, चुनाव में भाजपा की हार निश्चित है। ये बातें अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता में कहीं।
उन्होंने कहा कि सिर्फ माफी मांगने से काम नहीं चलेगा। पूरे मंत्रिमंडल को इस्तिफा देना चाहिए। इसके बाद इन भाजपा नेताओं को कभी भी राजनीति न करने की शपथ लेगी होगी। आखिर इस काले कानून की लड़ाई में जिन किसानों की मौत हो गयी है, उन्हें वापस सरकार जिंदा कर सकेगी। अखिलेश यादव ने कहा कि जिन किसानों की मौत हुई है, उसे मुआवजा दिया जाना चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार हमेशा से किसानों की विरोधी रही है। इसका हर कार्य बड़े उद्योग घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए होता रहा है। यह तो यूपी के चुनाव में हार के डर ने कृषि बिल को वापस किया गया है। उन्होंने कहा कि यह बिल चुनावों बाद फिर भाजपा कुछ इधर-उधर करके ला सकती है। भाजपा के चालों को जनता समझ गयी है। इस बार जनता इनको खुद बाहर का रास्ता दिखा देगी।
तीन कृषि कानून वापस लेने पर अखिलेश बोले- सपा से डर गई भाजपा
उन्होंने कहा कि किसानों के हित में भाजपा सोचती तो लखीमपुर में किसानों की हुई मौत के आरोपी को मंत्रिमंडल में अभी तक बनाये नहीं रखती। यह तो चुनावों में दिख रही हार का डर है कि इनका अहंकार कुछ दिनों के लिए हट गया।