हमीरपुर। राठ नगर के पठानपुरा मुहाल में स्थित एक निजी आवास में अवैध रूप से महिला का गर्भपात (Abortion) करने के दौरान अचानक महिला की हालत बिगड़ गई। जिसके बाद उसे आनन-फानन में राठ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सक भरत राजपूत ने महिला की नाजुक हालत देख उसे जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। जिला अस्पताल हमीरपुर ले जाते समय रास्ते में महिला की मौत (Dies) हो गई। मृतका के पति ने राठ सीएचसी में तैनात स्टाफ नर्स कमलेश सचान पर अपने निजी आवास में प्राइवेट तौर पर बिना किसी जांच के लापरवाही से पत्नी के गर्भ की सफाई करने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही करने की गुहार लगाई है।
कानपुर जनपद के घाटमपुर थाना क्षेत्र के भैरमपुर गांव निवासी ओम नारायण ने बताया कि वह सरीला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में टीबी विभाग में तैनात हैं।उसकी पत्नी पत्नी रीना (37) तीन माह के गर्भ से थी तथा उसे बीते तीन-चार दिनों से मासिक चक्र को लेकर दिक्कत आ रही थी।
जिस पर वह राठ सीएचसी की स्टाफ नर्स कमलेश सचान के कहने पर आज सुबह वह अपनी पत्नी रीना के साथ बाइक से राठ के पठानपुरा मोहल्ले में स्थित उक्त स्टाफ नर्स के आवास में गया। जहां स्टाफ नर्स कमलेश सचान अल्ट्रासाउंड सहित अन्य जांचे कराए बिना ही उसकी पत्नी रीना के गर्भ की सफाई करने लगी।
मृतका के पति ओम नारायण ने स्टाफ नर्स कमलेश सचान पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि गर्भ की सफाई के दौरान ब्लीडिंग अधिक होने की वजह से उसकी पत्नी की हालत गम्भीर हो गई। जिसके बाद उसे राठ सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां से उसे जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया।जहां जिला चिकित्सालय ले जाते समय रास्ते में ही उसकी पत्नी रीना की मौत हो गई। अचानक हुई इस घटना से मृतका के परिवार में कोहराम मच गया।
मामले में पुलिस के द्वारा मृतका के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मृतका रीना अपने पीछे 11 वर्षीय पुत्री सृष्टि, 9 वर्षीय पुत्री दृष्टि के अलावा 5 वर्षीय पुत्री अनामिका को रोता बिलखता हुआ छोड़ गई है। मृतिका के पति ओम नारायण ने लापरवाह स्टाफ नर्स कमलेश सचान के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की मांग की है। बता दें कि उक्त स्टाफ नर्स पूर्व में भी इस प्रकार के प्रकरण में जेल जा चुकी है। जो कि अपने कारनामों की वजह से आए दिन विवादों में घिरी रहती है।