भोपाल। प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले अलीराजपुर की जिला जेल परिसर में प्रहरियों द्वारा महिला कैदी के साथ डरा-धमकाकर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है।
अजाक थाना पुलिस ने दो प्रहरियों को गिरफ्तार कर मंगलवार को उन्हें अदालत में किया गया, जहां से न्यायिक अभिरक्षा में जोबट उप जेल भेज दिया गया है। आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म और अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
अजाक डीएसपी आदित्य सिंह ठाकुर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि फर्जी शादी कराने के मामले में पीड़ित महिला और उसके पति को बड़वानी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। आलीराजपुर जिला जेल में दोनों बंदियों को बड़वानी के ठीकरी से कोरोना के दौरान लाया गया था। महिला को करीब पांच माह पहले पेरोल मिली थी, जिसके बाद वह जेल से बाहर रही।
जिस दिन घटना हुई महिला अपने पति से मिलने के लिए जेल आई हुई थी। इस दौरान प्रहरी अनिल त्रिवेदी मिला और कुछ मेडिकल दस्तावेज देने की बात कहकर परिसर में ही अपने क्वार्टर पर ले गया। उसका एक अन्य साथी प्रहरी वीरेंद्र यादव पहले से वहां मौजूद था। आरोप है कि दोनों ने महिला को डरा-धमका कर सामूहिक दुष्कर्म किया। इसके बाद जान से मारने की धमकी भी दी।
महिला की शिकायत पर अजाक थाना पुलिस ने दोनों आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म की धारा 376 का प्रकरण दर्ज किया है। इसके अलावा पीड़त महिला अनुसूचित जनजाति की है, इसलिए अजा-अजजा अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया और न्यायिक अभिरक्षा में जोबट उप जेल भेज दिया।