उत्तर प्रदेश पुलिस के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने जाली नोटों का धंधा करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह की वांछित 50 हजार रुपये की इनामी महिला को आज पश्चिमी बंगाल के मालदा से गिरफ्तार कर लिया,जिसे ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया जा रहा है।
एटीएस प्रवक्ता ने रविवार यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले साल एक सितम्बर को एटीएस की वाराणसी इकाई ने आगरा से जाली नोटों को धंधा करने वाले गिरोह के दो सदस्यों पश्चिमी बंगाल के मालदा निवासी तहसीन खान और मो. वसीम को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से पांच लाख 97 रुपये के जाली नोट बरामद किए गये थे, सभी नोट 500-500 मूल्य के थे। इस सिलसिले में एटीएस के लखनऊ थाने में मामला दर्ज कराया गया था।
उन्होंने बताया कि यह गिरोह उत्तर प्रदेश ,हरियाणा व एनसीआर क्षेत्र में जाली नोट सप्लाई करता था। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ पर बताया था गिरोह में उनकी सहयोगी पश्चिम बंगाल मादला जिले के वैष्णवनगर निवासी सदर अली की पत्नी मुमताज़ बेगम बड़े पैमाने पर जाली नोटो का परिवहन करती है और गिरफ्तारी से बचने के लिए कलियाचक के अंसारी टोला बाली बंगा में अपना नाम बदलकर कर जमानत पर रिहा अपने बेटे कबीर के साथ रह रही है। इस की गिरफ्तारी पर एटीएस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी महिला मुमताज बेगम को आज गिरफ्तार कर वहां न्यायालय में ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाने के लिए प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने बताया कि मुमताज बेगम का पति सदर अली जाली नोटों के धंधे में लिप्त था और एटीएस ने उसे गिरफ्तार किया था । वह इस समय लखनऊ जेल में बंद है।
गौरतलब है कि मुमताज बेगम के परिवार के लोग जाली नोटों का धंधा करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्य हैं।