लाइफ़स्टाइल डेस्क। थायराइड कैंसर बहुत खतरनाक नहीं है, लेकिन अगर समय पर इसका इलाज नहीं होता, तो मरीज को खतरा हो सकता है। थायराइड कैंसर की शुरुआत शरीर में मौजूद थायराइड ग्रंथि से होती है जो थायराइड हार्मोन्स बनाती है। हार्मोन्स शरीर के चयापचय को सामान्य रूप से कंट्रोल रखने के लिए जरूरी होते हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में थायराइड कैंसर की संभावना तीन गुना ज्यादा होती है।
थायराइड कैंसर के कारण
थायराइड कैंसर तब होता है जब आपके थायरॉयड में कोशिकाएं आनुवंशिक परिवर्तन (म्यूटेशन) से गुजरती हैं। कोशिकाओं को बढ़ने और तेजी से गुणा करने की अनुमति देते हैं। कोशिकाएं मरने की क्षमता भी खो देती हैं, जैसा कि सामान्य कोशिकाएं करती हैं। संचित असामान्य थायरॉयड कोशिकाएं एक ट्यूमर बनाती हैं। असामान्य कोशिकाएं पास के ऊतक पर आक्रमण कर सकती हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल सकती हैं।
लक्षण
थायराइड के लक्षण दिखाई नहीं देते। गले की रुटीन जांच के दौरान गले में में गांठ या सूजन दिखाई प्राथमिक लक्षण है। गले में गांठ व सूजन होना, निगलने में समस्या और सांस लेने में परेशानी, लगातार खांसी आना, कुछ लोगों को कान में दर्द होना आदि थायराइड के लक्षणों में शामिल है। लेकिन इसके सामान्य लक्षणों में गर्दन में गाठ, गले या गर्दन में दर्द, गर्दन की नसों में सूजन, लगातार कफ आना तथा आवाज में बदलाव हैं। 80 फीसद लोग ऐसे हैं, जिनमें थायराइड के लक्षण है, परंतु वे बीमारी से अंजान है।
थायराइड कैंसर के उपचार
- थायराइड कैंसर के उपचार में आमतौर पर ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है।
- टोटल थायरॉयडेक्टॉमी: यह थायराइड कैंसर के लिए सबसे आम सर्जरी है जिसका मकसद पूरी तरह से थायरॉयड ग्रंथि को हटाने और यह सुनिश्चित करना है कि कैंसर दोबारा न हो।
- लोबेक्टॉमी: थायरॉइड में दो लोब होते हैं जो बीच में एक रेशेदार ऊतक पुल के साथ जुड़ जाते हैं जिन्हें इस्थमस कहा जाता है। यदि ट्यूमर केवल एक छोटे से क्षेत्र तक ही सीमित है, तो सर्जन प्रभावित लोब को हटा सकता है।
- लिम्फ नोड रिसेक्शन: थायराइड कैंसर स्थानीय लिम्फ नोड्स में फैल सकता है, और ये नोड अक्सर हटा दिए जाते हैं। प्रभावित लिम्फ नोड्स को केवल सर्जरी के समय ही पहचाना जा सकता है।