अफगानिस्तान से राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 11 सितंबर से पहले किसी भी कीमत पर सभी सैनिकों को वापस बुलाने की बात कही थी, लेकिन अब काबुल में हुए आतंकी हमले में कई अमेरिकी सैनिकों की जान चली गई है। जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति को अपने ही फैसले और प्लान पर फिर से विचार करना पड़ सकता है।
काबुल एयरपोर्ट पर हुए सीरियल ब्लास्ट में एक दर्जन से अधिक अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई है, जो एयरपोर्ट को कंट्रोल किए हुए थे। इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश को संबोधित किया और आतंकियों को चुनौती देते हुए कहा कि हमला करने वालों को ढूंढ-ढूंढकर मारेंगे, किसी को छोड़ेंगे नहीं।
ऐसे में अब ये भी सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या अमेरिका ने एक बार फिर 31 अगस्त के बाद भी अफगानिस्तान में रुकने का मन बना लिया है, क्योंकि अब सिर्फ रेस्क्यू ऑपरेशन की बात नहीं है अब बात बदला लेने तक पहुंच गई है।
काबुल ब्लास्ट: 12 अमेरिकी सैनिकों समेत 72 की मौत, 140 से अधिक लोग घायल
काबुल में हुए आतंकी हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम में मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने देश को संबोधित किया। जो बाइडेन ने साफ किया कि हम तुम्हें (आतंकी) भूलेंगे नहीं, हम कभी नहीं भूलेंगे। हम तुम्हें ढूंढेंगे और इस हमले की सज़ा देंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी सेना से आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के ऑप्शन्स देने को कहा है।
जो बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा कि हम आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देंगे, लेकिन इसका तरीका और समय हम खुद चुनेंगे। लेकिन, मैं साफ कर देना चाहता हूं कि ISIS के आतंकी बिल्कुल भी जीतेंगे नहीं।
हम तुम्हें भूलेंगे नहीं, हम कभी नहीं भूलेंगे. हम तुम्हें ढूंढेंगे और इस हमले की सज़ा देंगे.~ हमलावरों को जो बाइडेन की चेतावनी
बाइडन ने कहा कि जैसा कि आप सभी जानते हैं, जिन आतंकवादी हमलों के बारे में हम बात कर रहे थे और जिनके बारे में खुफिया तंत्र चिंतित था, उसे आईएसआईएस-के नामक संगठन ने अंजाम दिया। उन्होंने हवाईअड्डे पर तैनात अमेरिकी सेवा के सदस्यों की जान ली और कई को गंभीर रूप से घायल भी कर दिया। उन्होंने कई असैन्य लोगों की भी जान ली और कई को घायल भी किया।
बाइडन ने कहा कि उन्होंने अपने कमांडरों को आईएसआईएस-के के ठिकानों, नेतृत्व और सुविधाओं पर हमला करने की योजना तैयार करने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि काबुल में निकासी अभियान को 31 अगस्त तक पूरा करने के लिए वह अब भी प्रतिबद्ध हैं।
बाइडन ने कहा, ‘हम अभियान पूरा कर सकते हैं और जरूर करेंगे। मैंने उन्हें यही आदेश भी दिया है। हम आतंकवादियों के आगे घुटने नहीं टेकेंगे। हम उन्हें हमारा अभियान रोकने नहीं देंगे। हम निकासी अभियान जारी रखेंगे।’ राष्ट्रपति ने कहा कि यह तालिबान के हित में है कि वह आईएसआईएस-के को अफगानिस्तान में और पैर ना पसारने दे। उन्होंने साथ ही कहा कि हवाईअड्डे पर हमले को अंजाम देने में तालिबान और आईएसआईएस की मिलीभगत का अब तक कोई सबूत नहीं मिला है।
13 शहीद सैनिकों के सम्मान में चार दिन झुका रहेगा अमेरिकी झंडा
इस बीच अपने शहीद सैनिकों को सम्मान देने के लिए अमेरिका का राष्ट्रीय ध्वज झुका रहेगा। व्हाइट हाउस से मिली जानकारी के अनुसार अमेरिका का राष्ट्रीय ध्वज 30 अगस्त की शाम तक आधा झुका रहेगा। गौरतलब है कि काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाके में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई, वहीं 18 से ज्यादा सैनिक इसमें घायल हैं।