Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

आज से बिजली कर्मियों का कार्य बहिष्कार शुरू, कल से होगी हड़ताल

work boycott of electrician

work boycott of electrician

लखनऊ। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर बुधवार से प्रदेश भर में बिजलीकर्मियों का कार्य बहिष्कार (Work Boycott)व शुरू हो गया। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ने 15 मार्च को कार्य बहिष्कार और 16 मार्च की रात से 72 घंटे की हड़ताल (Strike) का एलान किया है।

समिति ने मंगलवार को लखनऊ में मशाल जुलूस भी निकाला। हालांकि, उनके जुलूस को पुलिस ने पावर कार्पोरेशन के फील्ड हॉस्टल के बाहर नहीं जाने दिया। वही हड़ताल से निपटने के लिए सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। बिजली कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और कंट्रोल रूम सक्रिय कर दिए गए हैं।

मुख्य सचिव डीएस मिश्रा ने मंगलवार शाम को पुलिस अफसरों एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉफ्रेंसिंग कर पूरे प्रदेश की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने मंडलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रदेश में किसी भी प्रकार का माहौल न बिगड़े। संघर्ष समिति से पहले संवाद कर लिया जाए। वह कार्य में बाधा उत्पन्न करे तो सख्त कार्रवाई की जाए।

बता दें, पिछले साल तीन दिसंबर को उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (AK Sharma), पाॅवर काॅरपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज और पाॅवर काॅरपोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार के साथ विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों की मांगों को लेकर सफल वार्ता हुई थी। इसके बाद प्रदर्शन समाप्त कर दिया गया था।

ऊर्जा मंत्री (AK Sharma) ने आश्वासन दिया था कि 15 दिन के अंदर संगठन की समस्याओं का समाधान कर दिया जाएगा, लेकिन करीब साढ़े तीन माह होने को हैं अब तक बिजली कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। ऐसे में अब विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेतृत्व पर बिजली कर्मी ही सवाल उठाने लगे हैं। लिहाजा समिति ने एक बार फिर कार्य बहिष्कार और हड़ताल करने का एलान कर दिया। 14 मार्च की शाम को प्रदेश भर में बिजलीकर्मियों और अभियंताओं ने प्रदर्शन किया, मशाल जुलूस निकाले।

15 मार्च से बिजलीकर्मी कार्य बहिष्कार (Work Boycott) कर रहे हैं। 16 मार्च रात 10 बजे के बाद 72 घंटे की बिजलीकर्मी सांकेतिक हड़ताल करेंगे। कार्य बहिष्कार और हड़ताल से निबटने के लिए पाॅवर काॅरपोरेशन प्रबंधन ने भी तैयारी पूरी की है। बिजली की कोई भी समस्या होने पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। उनके नंबर जारी किए गए हैं, साथ ही प्रदेश भर के सभी जिलों के जिलाधिकारियों के साथ ही पुलिस अधीक्षकों को भी बिजली का काम कर रहे कर्मचारियों को सुरक्षा देने के लिए आग्रह किया गया है। इतना ही नहीं अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई हैं। कुल मिलाकर पाॅवर काॅरपोरेशन प्रबंधन और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बीच अब आंदोलन को लेकर माहौल गरमा गया है।

ये है बिजली कर्मियों की मांग

– कार्यरत एवं सेवानिवृत्त बिजली कर्मियों के घरों पर मीटर नहीं लगाया जाए।

– विद्युत उत्पादन एवं पारेषण की निजीकरण की प्रक्रिया तत्काल निरस्त की जाए।

– ओबरा एवं अनपरा में 800-800 मेगावाट क्षमता की दो-दो इकाइयों के निर्माण, परिचालन एवं अनुरक्षण का कार्य एनटीपीसी या किसी अन्य इकाई के बजाय उप्र राज्य विद्युत उत्पादन निगम को दी जाए।

World Consumer Rights Day पर जानिए उपभोक्ता होने के नाते अपने राइट्स

– बिजली कर्मियों की पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। तेलंगाना व राजस्थान की तरह संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए।

लखनऊ में आज नहीं होगा कार्य बहिष्कार  (Work Boycott)

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि प्रदेश भर में बिजली कर्मियों का कार्य बहिष्कार 15 मार्च से हो रहा है, लेकिन लखनऊ में 15 मार्च को कार्य बहिष्कार स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने बताया इसके पीछे वजह है कि लखनऊ में धूमधाम से शीतलाष्टमी मनाई जाती है। ऐसे में शीतलाष्टमी पर बिजली की समस्या न हो इसे लेकर यह फैसला लिया गया है। 16 मार्च को लखनऊ में दिन में कार्य बहिष्कार होगा तो रात 10 बजे के बाद हड़ताल शुरू होगी।

Exit mobile version