उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अन्तरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर श्रमिकों से आह्वान किया कि वे कोरोना से स्वयं व परिवार का बचाव करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों के अनुरूप देश के नवनिर्माण में अपना सक्रिय योगदान करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार श्रमिकों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है तथा उनके कल्याण व उत्थान हेतु विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित कर उन्हें लाभान्वित कर रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने लिए दो योजनाओं की घोषणा की। इन घोषणाओं में श्रमिकों की किसी दुर्घटना में मृत्यु अथवा किसी प्रकार के अंग-भंग होने या दिव्यांगता आने पर 02 लाख रुपए का सुरक्षा बीमा कवर तथा 05 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा कवर शामिल हैं।
मुख्यमंत्री शनिवार को यहां वर्चुअल माध्यम से श्रमिकों व श्रमिक संगठनों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर श्रमिकों व कामगारों को बधाई व शुभकामनाएं देते हुए उनका अभिनन्दन किया और कहा कि श्रमिक राष्ट्र निर्माण की नींव हैं। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत निःशुल्क खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था आगामी 05 मई से प्रारम्भ की जा रही है। पिछले वर्ष कोविड के दौरान निःशुल्क खाद्यान्न व भरण-पोषण भत्ते से श्रमिक लाभान्वित हुए थे। 54 लाख श्रमिकों भरण-पोषण भत्ता प्रदान किया गया था। 40 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को रोजगार तथा अन्य सुविधाएं प्रदान की गई थीं।
कोरोना काल में रोजगार में निरंतरता बनाए रखने में जुटी योगी सरकार
योगी ने कहा कि श्रमिकों के लिए उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग का गठन किया गया, जो श्रमिकों के हितों को संरक्षित करने और उन्हें रोजगार प्रदान करने की दिशा में कार्य कर रहा है। इसके अलावा, श्रमिकों के हित लाभ के लिए निरन्तर योजनाएं संचालित की जा रही हैं। श्रमिकों की पुत्रियों के विवाह हेतु उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा संचालित ‘कन्या विवाह सहायता योजना’ के तहत उन्हें लाभान्वित किया जा रहा है। इसी प्रकार, पंजीकृत श्रमिकों व अनाथ बच्चों के लिए प्रदेश के 18 मण्डलों में ‘अटल आवासीय विद्यालय’ खोले जा रहे हैं, जिनमें उन्हें अत्याधुनिक शिक्षा और निःशुल्क आवासीय सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि श्रमिकों के बच्चे आज विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में स्थान प्राप्त कर रहे हैं। उन्हें ‘मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना’ के अन्तर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि साप्ताहिक कोरोना कफ्र्यू के दौरान आवश्यक सेवाएं व गतिविधियां बाधित न हों, इनकी पूरी व्यवस्था की गई है। इस दौरान औद्योगिक संस्थानों व इकाइयों संचालित रहेेंगी। वहां पर कोविड हेल्प डेस्क की व्यवस्थाएं हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्थाएं बनायी गई हैं कि श्रमिकों व कामगारों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उनके आवागमन में किसी प्रकार की बाधा न हो। कोविड संक्रमण से बचाव के लिए कार्य स्थलों पर श्रमिकों को सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग, पल्स आॅक्सीमीटर आदि की सुविधा उपलब्ध कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
मरीजों के परिजनों को ऑक्सीजन सिलेण्डर भरवाने से रोका न जाए : योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैश्विक महामारी कोरोना को समाप्त करने के उद्देश्य से 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के कोविड टीकाकरण के प्रथम चरण की शुरुआत की गयी है। सर्वाधिक एक्टिव केस एवं सर्वाधिक संक्रमण दर वाले 07 जनपदों में कोविड टीकाकरण के लिए नए साॅफ्टवेयर के ट्रायल के साथ, यूथ के लिए इन जनपदों के 85 केन्द्रों में निःशुल्क टीकाकरण कार्य प्रारम्भ हो गया है। अगले 05 दिनों तक इन 07 जनपदों-लखनऊ, कानपुर नगर, वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर, बरेली व मेरठ में टीकाकरण कार्यक्रम सम्पन्न होगा। इसके बाद प्रत्येक जनपद में 18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम निःशुल्क है और प्रत्येक नागरिक को बिना किसी भेदभाव के कोरोना वैक्सीन लगायी जा रही है। कोविड के खिलाफ टीकाकरण एक सुरक्षा कवच है। राज्य सरकार सभी लोगों के टीकाकरण के लिए प्रतिबद्ध है।
संक्रमण के खिलाफ मजबूती से लड़ी जा रही लड़ाई
योगी ने कहा कि आज देश वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर की चपेट में है। उत्तर प्रदेश सर्वाधिक आबादी वाला प्रदेश है, जहां प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस संक्रमण के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी जा रही है। वैश्विक महामारी कोविड-19 दूसरी लहर का संक्रमण इस बार 30 से 50 गुना अधिक है। पहली लहर में प्रदेश में 68,000 एक्टिव केसेज थे, लेकिन आज इनकी संख्या 03 लाख 02 हजार है। प्रदेश में आज नए केसेज की संख्या 30 हजार तथा रिकवरी की संख्या 38 हजार है, जो एक सुखद संकेत है। आप सभी के सहयोग से कोविड के नियंत्रण में सफलता मिल रही है। लेकिन किसी भी स्तर पर लापरवाही या असावधानी न हो। उपचार से महत्वपूर्ण बचाव है। सतर्कता और बचाव से कोरोना पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
ऑक्सीजन व वेण्टीलेटर की व्यवस्था हो रही सुनिश्चित
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सही है कि इस लहर में आॅक्सीजन व वेण्टीलेटर की मांग और आवश्यकता बढ़ी है, जिनकी व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में पीपीई किट का उत्पादन एमएसएमई इकाइयों द्वारा किया जा रहा है। चीनी मिलों द्वारा सैनिटाइजर का उत्पादन हो रहा है। मास्क की आपूर्ति में महिलाओं व स्वयं सहायता समूहों का सक्रिय योगदान है। राज्य सरकार कोरोना के उपचार व इनसे सम्बन्धित सभी सुविधाओं को और आगे बढ़ाने का कार्य तत्परता के साथ कर रही है। उपकरणों की भी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। टेस्ट व बेड की संख्या निरन्तर बढ़ायी जा रही है।
श्रमिकों ने की राज्य सरकार के कदमों व योजनाओं की सराहना
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्धनगर से गौतम बघेल, अयोध्या से केदारनाथ यादव, आगरा से सोनपाल व अशोक कुमार, प्रयागराज से अरुण कुमार व दीपक कुमार वर्मा से संवाद किया। इन सभी ने श्रमिकों के हित के लिए मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों व संचालित की जा योजनाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं से उन्हें चिकित्सा, बच्चों की शिक्षा, भरण-पोषण भत्ता, पुत्रियों के विवाह हेतु सहायता आदि का लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि कोविड महामारी के दौरान राज्य सरकार ने श्रमिकों के हितों को सुरक्षित व संरक्षित करने का कार्य किया है। उनके सम्मान व स्वाभिमान में वृद्धि हुई है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया।
श्रम मंत्री बोले, सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए निरन्तर प्रयासरत
श्रम एवं सेवायोजन मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल मार्गदर्शन व नेतृत्व में श्रम विभाग पूरी निष्ठा, मनोयोग, ईमानदारी व पारदर्शिता के साथ श्रमिकों के सम्मानपूर्वक जीवन-यापन तथा जीवन स्तर में सुधार के लिए निरन्तर प्रयासरत है। औद्योगिक इकाइयों, असंगठित क्षेत्र तथा भवन निर्माण में लगे श्रमिकों के कल्याण के लिए कई योजनाएं संचालित हैं, जिनके माध्यम से उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ा जा रहा है। उ0प्र0 भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा कोरोना काल में 39.64 लाख श्रमिकों को लाभान्वित करते हुए 922.93 करोड़ रुपए का हितलाभ वितरण किया गया है। वर्तमान राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं व उठाए गए कदमों से आज प्रदेश का श्रमिक सम्मान व स्वाभिमान के साथ अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।
श्रम एवं सेवायोजन राज्यमंत्री मनोहरलाल मन्नु कोरी ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। अपर मुख्य सचिव श्रम व सेवायोजन सुरेश चन्द्रा ने वेबिनार का संचालन किया।
इस अवसर पर अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।