नई दिल्ली। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने साल 2020 का भूख से जंग के लिए विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) को वर्ष 2020 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है। समिति वर्ष 2020 के लिए नोबल पुरस्कारों का एलान कर रही है। इस साल नोबेल शांति पुरस्कार वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (विश्व खाद्य कार्यक्रम) को दिया गया है। समिति ने शुक्रवार को इसका एलान किया है।
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नोबेल समिति ने कहा कि भूख से निपटने और संघर्ष वाले इलाकों में शांति की स्थिति में सुधार की कोशिशों के लिए वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (WFP) को शांति पुरस्कार दिया जा रहा है। इस साल नोबेल शांति पुरस्कार का सम्मान पाने के लिए 300 से भी अधिक व्यक्तियों और संस्थाओं को नामांकित किया गया था। यह चौथी बार है जब इतनी बड़ी संख्या में इस सम्मान के लिए नामांकन हुआ है।
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पिछले साल नोबेल शांति पुरस्कार इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली को दिया गया था। उन्हें यह पुरस्कार उनके देश के चिर शत्रु इरिट्रिया के साथ संघर्ष को सुलझाने के लिए दिया गया था।
इससे पहले, इस बार रसायव विज्ञान और भौतिक समेत कई क्षेत्रों में नोबल पुरस्कार का ऐलान किया जा चुका है। रसायन विज्ञान के क्षेत्र में इस बार जीनोम एडिटिंग’ की एक पद्धति विकसित करने के लिए इस वर्ष का पुरस्कार फ्रांस की विज्ञानी इमैनुएल शारपेंतिए और अमेरिका की जेनिफर डाउडना को दिया गया है। दोनों महिला विज्ञानियों ने अहम टूल आरआइएसपीआर-सीएएस9′ को विकसित किया है। इसे जेनेटिक सीजर्स नाम दिया गया है।