बालाघाट। छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से संबंध रखने वाले करीब 100 नक्सली अपना बेस बढ़ाने के लिए मध्य प्रदेश में चोरी-छुपे प्रवेश कर गए हैं। जिसके बाद राज्य की सरकार ने नक्सल प्रभावित इलाकों में पैरा-मिलेट्री की 6 कंपनियों को तैनात करने का फैसला लिया है। अधिकारी ने बताया, “बालाघाट और मांडला जिलों में नक्सलियों के छह ग्रुप ऑपरेट कर रहे हैं। इनमें से Khatia Mocha Dalam पिछले साल ही सामने आया है।
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाबलों को मध्य प्रदेश के बालाघाट के अलावा आदिवासी बाहुल्य मांडला जिले में तैनात किया जाएगा। इन जिलों में नक्सलियों ने प्रवेश किया है। बालाकाट और मांडला पड़ोसी जिले हैं।” मध्य प्रदेश के होम मिनिस्ट नरोत्तम मिश्रा ने पिछले महीने बालाघाट की अपनी यात्रा के दौरान मीडिया को बताया था कि बालाघाट और मांडला में नक्सली दुस्साहस से निपटने के लिए पैरामिलिट्री की 6 कंपनियां भेजी जाएंगी।
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अधिकारी ने बताया कि बालाघाट में पहले से ही मध्य प्रदेश पुलिस की एंटी नक्सल विंग Hawk Force तैनात है। इसके अलावा सीआरपीएफ की बटालियन भी यहां पर तैनात है। पुलिस ने बताया कि नक्सलियों के पड़ोसी राज्यों से मध्य प्रदेश में घुसने का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बालाघाट में नवंबर और दिसंबर 2020 में तीन महिला नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया। इनमें से दो छत्तीसगढ़ औऱ एक महाराष्ट्र से ताल्लुक रखती थी। पुलिस ने यह भी बताया कि पिछले साल सितंबर में छत्तीसगढ़ से बालाघाट में प्रवेश करने वाले एक नक्सली को पकड़ा भी गया था।
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पुलिस ने बताया कि पिछले साल नवंबर की 6 तारीख को बीजापुर छत्तीसगढ़ से ताल्लुक रखने वाली 25 साल की शारदा को एनकाउंटर में मार गिराया गया था। इसके ऊपर मध्य प्रदेश में 3 लाख रुपये और छत्तसीगढ़ में 5 लाख रुपये का इनाम था। इसी तरह बस्तर के Gangloor की 24 साल की Savitri उर्फ Ayathe और गढ़चिरौली महाराष्ट्र की Shobha Gowde (30 साल) को 11-12 दिसंबर को बालाघाट में हुए एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था।