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नवरात्रि पर इस तरह करें दुर्गा मां के हर रूप की पूजा

Navratri

 नवरात्रि

धर्म डेस्क। शक्ति की देवी मां दुर्गा, अपने भक्तों की सर्व इच्छाओं की पूर्ति करती हैं। नवरात्रि के दौरान परम पुरुषार्थ मोक्ष की प्राप्ति के लिए नौ दिन तक उनके अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। सनातन धर्म का यह एक महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है। इसे उत्तर भारत के साथ-साथ गुजरात, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और झारखंड में धूमधाम से मनाया जाता है।

इस बार नवरात्रि एक महीने की देरी से आई है। पितृ पक्ष की समाप्ति 17 सितंबर 2020 को हुआ और नवरात्रि 17 अक्टूबर 2020 से हो रही है। जानकारी के अनुसार करीब 160 साल बाद लीप ईयर और अधिकमास दोनों ही एक साल में हो रहे हैं। आइए ज्योतिषाचार्य पं. दयानंद शास्त्री से जानते हैं नवरात्रि की पूजा विधि के बारे में।

इस तरह करें नवरात्रि की पूजा:

  1. नवरात्रि में नौ दिनों तक दुर्गा मां के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। साथ ही व्रत भी किया जाता है। कई लोग पूरी नवरात्रि अखंड ज्योत जलाते हैं। आइए जानते हैं कैसे करें नवरात्रि में पूजा।
  2. प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नित्यकर्मों को कर स्नानादि से निवृत्त हो जाएं। फिर स्वच्छ वस्त्र पहन लें।
  3. नवरात्रि से एक दिन पहले मंदिर की साफ-सफाई अच्छे से कर लें और सभी समान सुसज्जित कर लें।
  4. नवरात्रि के समय हर दिन का एक रंग तय होता है। मान्यता है कि इन रंगों का उपयोग करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
  1. नवरात्रि पूजन के लिए माता की मूर्ति या तस्वीर पूजन स्थल पर स्थापित अवश्य कर ले। मां को लाल चुनरी, वस्त्र आदि पहनाएं। पूजा स्थल को रंग-बिरंगे फूलों से सजाएं। दुर्गा मां को भी सुंदर-सुंदर पुष्प अर्पित करें जिसमें लाल रंग के पुष्प जरूर शामिल करें।
  2. इसके बाद ऋतु फल, मिठाइयां आदि मां जगदम्बे को अर्पित करें।जल से भरा हुआ पीतल, चांदी, तांबा या मिट्टी का कलश लें। कलश(घट) मूर्ति की दाईं ओर स्थापित करना चाहिए।
  3. जहां कलश स्थापित करना है वहां पर किसी बर्तन के अन्दर मिट्टी भर लें या फिर जमीन पर ही मिट्टी का ढेर बना दें। यह ढेर इस तरह बनाएं कि जब उस पर कलश रखा जाए तब उसके आस-पास कुछ स्थान शेष रह जाए।
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