19 सितंबर से गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) का पावन उत्सव शुरु हो गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस अवधि में श्रद्धा और भक्ति से बप्पा (Ganesh) का पूजन करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं और भक्तों की मनवांछित फल मिलता है। ऐसे में अगर आपने अपनी राशि के अनुसार गणपति का पूजन किया और उन्हें भोग लगाया, तो आपको इस पूजा का ज्यादा फल मिलेगा और गणपति शीघ्र प्रसन्न होंगे। इंदौर के पंडित चंद्रशेखर मलतारे बता रहे हैं कि अलग-अलग राशियों के लोगों को अलग विधि से गणपति पूजन करना चाहिए। आइये जानते हैं राशि के अनुसार कैसे करें गणपति (Ganesh) को प्रसन्न…
मेष राशि
इस राशि के जातकों को अपने घर में लाल रंग के गणपति बप्पा (Ganesh) की स्थापना करनी चाहिए। इन्हें गणेश जी के वक्रतुण्ड रूप की पूजा करनी चाहिए। साथ ही चतुर्थी के दिन लड्डू या गुड़ से बने पकवान का भोग लगाएं। इससे आपका भाग्य चमक उठेगा।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वाले जातक अपने घर में उजले या हल्के नीले रंग के गणपति बप्पा (Ganesh) को स्थापित करें। पूजन में भी इसी रंग के फूलों का इस्तेमाल करें। गणेश जी के विनायक रूप की आराधना करें और मिश्री अर्पित करें।
मिथुन राशि
मिथुन राशि वाले लोगों को हरे रंग के गणपति बप्पा को अपने घर लाना चाहिए। अगर हरे रंग की मूर्ति ना मिले, तो उन्हें हरे वस्त्र पहनाएं। पूजन में हरी दूब अवश्य चढ़ाएं। मिथुन राशि के लोगों को मूंग की दाल या मूंग के लड्डुओं का जरूरतमंदों को दान करना चाहिए। मिथुन राशि के जातकों को गणेश चतुर्थी के दिन मोदक का भोग लगाना चाहिए.
कर्क राशि
कर्क राशि वाले भक्तों को उजले या चांदी के रंग की गणेश प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। भगवान का श्रृंगार भी चांदी के गहनों या सफेद रेशमी वस्त्रों से करें। गणपति को दूध की बनी मिठाई या मोदक चढ़ाएं। कर्क राशि के जातक इस दिन गणपति बप्पा को 11 मोदकों का भोग लगाएं और 11 कन्याओं को वह मोदक खिलाएं। कर्क राशि के जातकों को गणेश चतुर्थी के दिन मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाना चाहिए.
सिंह राशि
इस राशि को जातकों को लाल या नारंगी रंग के गणेश भगवान की मूर्ति लानी चाहिए। उनकी पूजा में इसी रंग के वस्त्र और फूलों का प्रयोग करें। इस पूजा से सूर्य से जुड़ी बाधाएं दूर होती हैं। सिंह राशि के जातकों को गणेश चतुर्थी के दिन पीले बूंदी के लड्डू का भोग लगाना चाहिए।
कन्या राशि
कन्या राशि वाले लोगों को गणेश चतुर्थी के मौके पर हरे या पीले रंग के गणपति की स्थापना करनी चाहिए। गणपति को दूब चढ़ाएं। ऐसा करने से आपके रुके काम पूरे होने लगेंगे। गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी के बाल स्वरूप की पूजा करें और सूखे मेवे के साथ नारंगी रंग के लड्डू का भोग लगाएं।
तुला राशि
तुला राशि के लोग, इस गणेश उत्सव श्वेत या नीले रंग के गणपति बप्पा को अपने घर में स्थापित करें। यह आपके राशि के लिए बहुत शुभ है। गणेश चतुर्थी के 10 दिनों तक लगातार भगवान को नारियल चढ़ाएं और घी का दीपक जलाएं। गणेश चतुर्थी के दिन मोदक और रसमलाई का भोग लगाएं।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वाले जातकों को गणेश उत्सव के दिन लाल या नारंगी रंग की मूर्ति स्थापित करनी चाहिए। गणेश चतुर्थी के दिन मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाएं। गणेशजी के ‘श्वेतार्क गणेश’ रूप की पूजा करें और तिल चढ़ाएं।
धनु राशि
आपके लिए पीला या नारंग रंग शुभ है। इस गणेश चतुर्थी अपने घर में इनमें से किसी रंग की गणेश जी की मूर्ति लाएं। गणेश चतुर्थी के दौरान ‘ॐ गं गणपत्यै नमः। मंत्र का 21 बार जाप करें और गणेश चतुर्थी के दिन केसर से बनी खीर का भोग लगाएं।
मकर राशि
इस राशि के लोग नीले रंग के गणपति की पूजा करें। अगर ऐसा संभव ना हो तो सफेद रंग की मूर्ति का नीले वस्त्रों से श्रृंगार करें। गणपति को हरी दूब और अपराजिता के फूल चढ़ाएं और काले तिल से पूजन करें। गणेश चतुर्थी पर गणपति को इलायची और लौंग अर्पित करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों को नीले या बैंगनी रंग गणपति की मूर्ति लानी चाहिए। ऐसे गणपति की पूजा करने से आपके बिगड़े काम बनने लगेंगे। भगवान गणेश को प्रसन्न करने के लिए बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। गणेश चतुर्थी के दिन मंदिर में दान करें और और 10 दिनों तक गणेश आरती में शामिल हों।
मीन राशि
मीन राशि वाले लोगों को उजला, पीला या लाल रंग की मूर्ति घर में लानी चाहिए। गणेश चतुर्थी के दिन ‘हरिद्रा गणेश’ की पूजा करने और शहद और केसर चढ़ाने से लाभ मिलता है। मीन राशि के जातकों को गणेश चतुर्थी के दिन पीले रंग की मिठाई भोग लगाना चाहिए।