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पहलवान सिमरन ने जीता कांस्य, मास्टर चंदगीराम व्यायामशाला का नाम किया रोशन

रूस के उफा में 16 से 22 अगस्त तक आयोजित जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप मे कांस्य पदक हासिल कर पहलवान सिमरन ने मास्टर चंदगीराम व्यायामशाला का नाम रोशन किया है । उन्होने महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग मे कांस्य पदक के अंतिम मुकाबले मे बेलारूस की नतालिया वरकिना को 7-3 से हरा कर कांस्य पदक जीता। मास्टर चंदगीराम व्यायामशाला व ‘साई’ के कोच सहदेव सिंह बालियान ने बताया कि सिमरन पहले भी कई बार अंतराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीत कर देश को गौरवान्वित कर चुकी हैं। उन्होने वर्ल्ड कैडेट कुश्ती चैंपियनशिप 2017 में कांस्य पदक जीता था व 2018 यूथ ओलिंपिक मे भी देश के लिए रजत पदक जीत चुकी हैं।

वर्ष 2015 मे सिमरन की प्रतिभा को देखते हुए साई कोच सहदेव सिंह बालियान ने उन्हे मास्टर चंदगीराम व्यायामशाला दिल्ली के भारतीय खेल प्राधिकरण की एन. एस. टी. सी. स्कीम से जोड़ा। आज सिमरन के मास्टर चंदगीराम व्यायामशाला दिल्ली पहुंचने पर व्यायामशाला संचालक भारत केसरी तथा अंतराष्ट्रीय पहलवान जगदीश कालीरमन, साई प्रमुख कुश्ती कोच सहदेव सिंह बालियान, व्यायामशाला की सचिव श्रीमती पूनम कालीरमन, माता फूलवती एव कोच दीपक कुमार आदि ने उनका जोरदार स्वागत किया ।

इस मौके पर पूर्व अंतराष्ट्रीय पहलवान व व्यायामशाला संचालक भारत केसरी जगदीश कालीरमन ने कहा कि सिमरन की मेहनत और लगन का ही नतीजा है जिसके कारण वो आज जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप मे कांस्य पदक जीतने में कामयाब रही। उन्होंने आगे कहा कि टोक्यो ओलंपिक के ‘गोल्डन फिनिश’ के बाद अब भारत को 2024 पेरिस ओलंपिक खेलों के लिए सिमरन जैसी युवा खिलाड़ियों से उम्मीदें दिख रही हैं।

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व्यायामशाला के कुश्ती कोच सहदेव सिंह बालियान ने इस मौके पर सिमरन के पिता राजेश अहलावत की तारीफ करते हुये कहा कि आखिर परिवार की त्याग-तपस्या रंग लाई है, अभावों की तपिश ने सिमरन के बाजुओ में इतनी ताकत भर दी कि वह जूनियर विश्व कुश्ती चैंपियनशिप से पदक जीत लाई।

चंदगीराम अखाड़े के इस स्वागत कार्यक्रम में साहिल सर्राफ (शिवा जेम्स) समाजसेवी द्वारा 31,000 रुपये नकद पुरस्कार स्वरूप वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने पर महिला पहलवान सिमरन को प्रदान किये।आयोजन में विजय पहलवान (सुल्तानपुर – डबास) व लेखराम खलीफा (कोटला) भी मौजूद थे।

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