नयी दिल्ली: यस बैंक का कहना है कि वह म्यूचुअल फंड कारोबार से बाहर निकल जाएगा। इसके तहत यस बैंक एसेट मैनेजमेंट कंपनी और ट्रस्टी सब्सिडयरी में अपनी हिस्सेदारी बेच देगा। स्टॉक एक्सचेंज को भेजी सूचना में बैंक ने कहा है कि उसने 21 अगस्त को यस बैंक एसेट मैनेजमेंट (इंडिया) लिमिटेड तथा यस ट्रस्टी लिमिटेड में अपनी पूरी हिस्सेदारी जीपीएल फाइनेंस एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड को बेचने के लिए पक्का समझौता कर लिया है। दोनों यस बैंक की पूर्ण स्वामित्व सब्सिडयरी यूनिट्स हैं। 8 से 12 महीने में पूरा कर लेगा सब्सिडियरी यूनिट्स को बेचने की प्रक्रिया
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यस बैंक ने कहा कि व्हाइट ओक इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड के अधिग्रहण करने वाली कंपनी की 99 प्रतिशत हिस्सेदारी है, लेकिन अंतत: खरीदार कंपनी के लाभार्थी प्रशांत खेमका हैं, जिनके पास व्हाइट ओक इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट प्राइवेट लि। की 99।99 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बैंक ने कहा कि इस सौदे के लिए अभी रेगुलेटरी अथॉरिटी से अंतिम मंजूरी बाकी है।
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यस एएमसी यस म्यूचुअल फंड की संपत्ति प्रबंधन कंपनी है। वहीं वाईटीएल यस म्यूचुअल फंड की ट्रस्टी है। यस बैंक ने कहा कि यह सौदा पूरा होने के बाद यसएएमसी और वाईटीएल बैंक की सब्सीडियरी इकाइयां नहीं रह जाएंगी और वह म्यूचुअल फंड कारोबार से निकल जाएगा। बैंक ने कहा कि पक्के करार के क्रियान्वयन से 8 से 12 माह के दौरान वह अपनी सब्सिडियरी इकाइयों की बिक्री की प्रक्रिया पूरी कर लेगी