भारत| जो सचिन (Sachin) और द्रविड़ (Dravid) नहीं कर पाए यश ढुल (Yash Dhul) ने कर दिखाया, विराट (Virat) से भी आगे निकले| रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में अपने डेब्यू मैच की दोनों पारियों में शतक लगाने वाल यश ढुल (Yash Dhul) ने ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और रमन लांबा (raman lamba) जैसे दिग्गजों की सूची में जगह बना ली है। वो भारत के तीसरे बल्लेबाज हैं, जिन्होंने रणजी ट्राफी डेब्यू में दोनों पारियों में शतक लगाया है।
रहाणे ने की फॉर्म में वापसी, रणजी ट्रॉफी के पहले मैच में लगाया शतक
अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम को अपनी कप्तानी में चैंपियन बनाने वाले यश ढुल (Yash Dhul) ने अपने रणजी करियर की शानदार शुरुआत की है। अपने डेब्यू मैच में उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाया है। धुल तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने हैं, जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में दोनों पारियों में शतक लगाया है। तमिलनाडु के खिलाफ मैच में ढुल ने दोनों पारियों में 113 रन बनाए। हालांकि, दिल्ली की टीम यह मैच नहीं जीत सकी और अंत में यह मैच ड्रॉ हो गया।
भारत के लिए टेस्ट में कमाल करने वाले सचिन (Sachin) , द्रविड़ (Dravid) और विराट (Virat) जैसे बल्लेबाज भी यह कारनामा नहीं कर सके हैं। ढुल से पहले सिर्फ दो भारतीय बल्लेबाज ही अपने पहले रणजी मैच (Ranji Trophy) की दोनों पारियों में शतक लगा पाए थे। गुजरात के नारी कॉन्ट्रैक्टर ने 1952/53 में 152 और 102 रन की पारी खेली थी। वहीं 2012/13 में महाराष्ट्र के विराग अवाते ने 126 और 112 रन बनाए थे।
घरेलू क्रिकेट के लिए बीसीसीआई का ब्लूप्रिंट, तो रणजी ट्रॉफी 11 जनवरी से
यश धुल (Yash Dhul) सचिन तेंदुलकर (Sachin) और विराट कोहली (Virat) जैसे खिलाड़ियों से आगे निकल चुके हैं। सचिन (Sachin) ने भी अपने पहले रणजी मैच (Ranji Trophy) में शतक लगाया था, लेकिन वे दोनों पारियों में यह कारनामा नहीं कर पाए थे। वहीं विराट अंडर-19 विश्व कप जीतने के छह महीने बाद भारतीय टीम में आ चुके थे और उन्होंने रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में बहुत ज्यादा मैच नहीं खेले। लेकिन पहले मैच में उनके बल्ले से शतक नहीं निकला था।
रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज एसएम कादरी थी। उन्होंने 105 और 114 रन बनाए थे। बॉम्बे और वेस्टर्न इंडिया के बीच दिसंबर 1935 में खेले गए मैच में कादरी ने बॉम्बे के लिए दोनों पारियों में शतक लगाया था। वहीं दिल्ली के लिए दोनों पारियों में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज मंसूर अली खान पटौदी थे। उनके बाद सुरिंदर खन्ना, मदन लाल, अजय शर्मा, रमन लांबा, ऋषभ पंत और अब यश ढुल (Yash Dhul) ने यह कारनामा किया है।
रणजी ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान जयदेव उनादकट ने की सगाई
यश ढुल (Yash Dhul) का सपना अगले 18 महीने में सीनियर टीम में जगह बनाना है। अंडर-19 विश्व चैंपियन बनने के सपने को साकार करने के दौरान यश(Yash Dhul) दो महीने तक परिवार से दूर रहे थे और अपने माता-पिता से मुलाकात करने का सिर्फ आधे घंटे का समय मिला था। यश (Yash Dhul) का कहना है- अगर मैं 18 महीनों में भी टीम इंडिया में जगह बना पाया, फिर भी मैं तब तक मेहनत करूंगा जब तक मैं अपना लक्ष्य हासिल न कर लूं।
अंडर-19 विश्व कप में भारतीय टीम को अपनी कप्तानी में चैंपियन बनाने वाले यश ढुल (Yash Dhul) ने अपने रणजी करियर की शानदार शुरुआत की है। अपने डेब्यू मैच में उन्होंने दोनों पारियों में शतक लगाया है। धुल तीसरे भारतीय बल्लेबाज बने हैं, जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में दोनों पारियों में शतक लगाया है। तमिलनाडु के खिलाफ मैच में ढुल ने दोनों पारियों में 113 रन बनाए। हालांकि, दिल्ली की टीम यह मैच नहीं जीत सकी और अंत में यह मैच ड्रॉ हो गया।भारत के लिए टेस्ट में कमाल करने वाले सचिन (Sachin) , द्रविड़ (Dravid) और विराट (Virat) जैसे बल्लेबाज भी यह कारनामा नहीं कर सके हैं।