लखनऊ। मड़ियाव थाना पुलिस ने मंगलवार को यासीन उर्फ मुन्ना हत्याकांड का खुलासा करते हुए दो हत्यारोपितों को गिरफ्तार किया है। अभियुक्तों ने पैसों के तगादा और सार्वजनिक रुप से हुई बेइज्जती का बदला लेने के लिए यासीन की हत्या की थी।
थाना प्रभारी वीर सिंह ने मंगलवार को घटना के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि मड़ियाव के श्रीनगर कॉलोनी निवासी महरूनिशा ने थाने में अपने पति मो. यासीन उर्फ मुन्ना की पांच जनवरी को गुमशुदगी दर्ज करायी थी।
मामला दर्ज कर गुमशुदा यासीन की तलाश में पुलिस की टीमें लग गई। सर्विलांस टीम ने सीडीआर की मदद से दो संदिग्ध युवक विकासनगर के सबौली बटहा निवासी समरजीत और आदित्य सोनकर को गिरफ्तार किया है। कड़ाई से पूछताछ में समरजीत सिंह ने बताया कि यासीन उर्फ मुन्ना से उसका घनिष्ट संबंध था। दोनों एक साथ में जमीन खरीदने व बेचने का कार्य करते थे। यासीन उर्फ मुन्ना से उसने तीन लाख रुपये उधार लिया था, जिसमे से डेढ़ लाख रुपये उसे वापस कर दिया था। शेष बचे रुपये के लिए यासीन उससे आये दिन तगादा करता था। इसके लिए कई बार उसे सार्वजनिक रुप से बेइज्जत भी किया था।
इसी बात का गुस्सा लेकर उसने यासीन को ठिकाने लगाने की योजना अपने साथी आदित्य सोनकर और राजपूत के साथ मिलकर मनायी। घटना वाले दिन जमीन दिखाने के बहाने यासीन को अपने साथ बाराबंकी ले गया। इस बीच उसके दोनों साथी भी मोटर साइकिल से वहां पहुंच गये। जमीन दिखाने के दौरान मौका पाते ही अपनी मोटर साइकिल की सीट पर छिपाकर रखे हुए बाका से समरजीत ने यासीन के गर्दन पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों आरोपितों ने शव के साथ यासीन की स्कूटी और बाका को नहर में फेंकर फरार हो गये।
थाना प्रभारी ने बताया कि हत्या में समरजीत और आदित्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही इनकी निशानदेही पर यासीन का शव भी बरामद कर लिया है। अभियुक्तों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है।