लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने सफलता पूर्वक एक साल पूरा करने के बाद उन्होंने दूसरे कार्यकाल का पहला माइल स्टोन पार कर लिया है। आज उनके दूसरे कार्यकाल के भी एक साल पूरे हो गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान सीएम योगी (CM Yogi) ने अपने दोनों डिप्टी केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के साध्थ प्रेस कांफ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने एक साल की उपलब्धियों के साथ ही बीते छह साल में किए गए कार्यों का बखान किया।
कॉफ्रेंस की शुरुआत में सबसे पहले विकास कार्यों पर बनी फिल्म दिखाई गई। इसके बाद, सीएम (CM Yogi) ने ‘नई उड़ान, नई पहचान’ स्लोगन लिखा पोस्टर जारी किया। सीएम ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले ताश के पत्ते की तरह अफसर फेंटे जाते थे। प्रशासन में स्थिरता नहीं थी। हमने प्रशासन को स्थिर किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और उत्तर प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस छह साल में तीन साल तो कोरोना महामारी से निपटने में लग गए। बावजूद इसके उत्तर प्रदेश ने इस दौरान अनेक उपलब्धियां हासिल की। उन्होंने कहा कि पहले कहा जाता था कि उत्तर प्रदेश का विकास नहीं हो सकता, लेकिन आज उत्तर प्रदेश विकास की दौड़ में नंबर एक बन गया है।
उन्होंने कहा कि बीते छह वर्ष में उत्तर प्रदेश दंगा मुक्त हुआ। अपराध कम हुआ। इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ा है। अपने युवाओं को बेहतरीन जिंदगी दिशा में काम हुआ है। सरकारी क्षेत्र की नौकरियों में पारदर्शिता बरतने का काम किया गया है। इसी प्रकार निजी क्षेत्र में ढेर सारे अवसर खोलने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर बिटिया की पढ़ाई पूरी होगी तो शासन के सहयोग से उनकी शादी व्याह का काम किया जाएगा।
सीएम योगी (CM Yogi) ने कहा कि प्रदेश में एक लाख 64 हजार पुलिस की भर्ती को पारदर्शिता के साथ पूरा किया है। कानून व्यवस्था में सुधार के लिए सात पुलिस कमिश्नरेट बनाए। हर तहसील स्तर पर फायर केंद्र की स्थापना की। पुलिस कर्मियों को बेहतर काम का माहौल देने के लिए पुलिस लाइन में अच्छे बैरक बन रहे हैं। हर रेंज स्तर पर फोरेंसिक लैब और साइबर थाना खोलने का काम किया जा रहा है।
अगले साल पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट
सीएम योगी ने कहा कि 2017 में जब हम आए तो दो एयरपोर्ट थे। आज प्रदेश में नौ एयरपोर्ट सक्रिय हैं। उन्होंने कहा कि अगले साल तक उत्तर प्रदेश में कुल नौ इंटरनेशनल एयरपोर्ट होंगे। इस तरह की उपलब्धि वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य होगा। इसके लिए तेजी से काम चल रहा है। वहीं प्रदेश के बाकी शहरों को भी एयर कनेक्टिविटी देने की कोशिश की जा रही है।
2025 से पहले गंगा एक्सप्रेस वे
केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को इमानदारी से जमीन पर उतारने का काम हुआ। पूर्वी उत्तर प्रदेश जो पिछड़ा था, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के साथ नई उड़ान भर रहा है। वहीं बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे वहां के लोगों के जीवन को गति दे रही है। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्रयागराज से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस वे का काम हो रहा है। इसे 2025 से पहले पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हर जिले को एयर कनेक्टिविटी देने की कोशिश हो रही है। देश के सबसे अधिक शहरों में मेट्रो लाने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य बन गया है।
महिलाओं के स्वावलंबन के लिए काम किया
महिलाओं और युवाओं को असानी से नौकरी मिले, आर्थिक स्वावलंबन आ सके, इसके लिए भी सरकार ने काफी काम किया है। उत्तर प्रदेश की एक डिस्ट्रिक एक उत्पाद योजना देश ही नहीं दुनिया में एक नई पहचान बना रहा है। प्रधानमंत्री की प्रेरणा से हर जनपद के युवाओं को रोजगार में स्थान मिल रहा है। इस बात की तस्दीक वह खुद योजना फाइनल होने पर करते हैं। इस समय उत्तर प्रदेश करोड़ों युवाओं को रोजगार दिलाने की दिशा में काम कर रहा है।
जिलों में मंत्रियों को मिली जिम्मेदारी
इसी इसी तरह के कार्यक्रम राज्य के सभी जिलों में भी आयोजित किए जा रहे हैं। जहां प्रभारी मंत्री प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार की छह साल की उपलब्धियां गिना रहे हैं। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी की उपलब्धियां जन जन तक पहुंचाने के लिए सभी मंत्रियों की जिम्मेदारी है। इनमें बलिया जिले में दयाशंकर मिश्र दयालु, संतकबीर नगर में विजयलक्ष्मी गौतम, राज्यमंत्री सतीश शर्मा कुशीनगर में, दानिश आजाद अंसारी भदोही में, सुरेश खन्ना गोरखपुर में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे।
भारत के सबसे पसंदीदा सीएम बने योगी आदित्यनाथ, देश ही नहीं विदेशों में भी मची है धूम
इसी प्रकार जितिन प्रसाद को मुरादाबाद तो नरेंद्र कश्यप को शाहजहांपुर में प्रेस कांफ्रेंस करने को कहा गया है। जबकि मंत्री जेपीएस राठौर हरदोई में और अरविंद शर्मा सिद्धार्थनगर में प्रेस कांफ्रेंस के लिए पहुंच गए हैं। इसी क्रम में अनिल राजभर को मऊ और दयाशंकर सिंह को देवरिया में प्रेस कांफ्रेंस की जिम्मेदारी दी गई है।