मथुरा। इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के घंटों बाद डॉ. कफील खान को देर रात 12 बजे रिहा कर दिया गया। अपनी रिहाई के बाद कफील खान का कहना है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार उन्हें किसी अन्य मामले में फंसा सकती है।
कफील खान ने मथुरा जेल से रिहा होने के बाद कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ‘राजधर्म’ करने की बजाय ‘बाल हठ’ में लिप्त थी। अब यूपी सरकार उनको किसी अन्य मामले में फंसा सकती है। दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत खान की हिरासत को रद्द कर दिया और उनकी तत्काल रिहाई का आदेश दिया।
भड़काऊ भाषण देने के आरोप में NSA के तहत जेल भेजे गए डॉ. कफील हुए रिहा
खान के वकील इरफान गाजी ने पीटीआई को बताया, ‘मथुरा जेल प्रशासन ने रात लगभग 11 बजे सूचना दी कि डॉ. कफील को रिहा कर दिया जाएगा और लगभग आधी रात को उन्हें छोड़ दिया गया। जेल से छूटने के बाद पीटीआई से बात करते हुए खान ने अदालत को धन्यवाद दिया और कहा, ‘मैं हमेशा अपने सभी शुभचिंतकों का शुक्रगुजार रहूंगा, जिन्होंने मेरी रिहाई के लिए आवाज उठाई। प्रशासन रिहाई के लिए तैयार नहीं था, लेकिन लोगों की प्रार्थना से मुझे रिहा कर दिया गया है।’
लंदन : नियमों का उल्लंघन करने वाले 90 प्रदर्शनकारी गिरफ्तारडॉक्टर कफील खान ने कहा, ‘रामायण में महर्षि वाल्मीकि ने कहा था कि राजा राज धर्म के लिए काम करना चाहिए. लेकिन उत्तर प्रदेश में राजा राज धर्म नहीं निभा रहे हैं। बल्कि बाल हठ (बच्चों की तरह जिद्दी) कर रहे हैं।’