लखनऊ। कुख्यात माफिया या यू कहें बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को 40 सालों तक कोई अदालत, कोई कानून उसे सजा नहीं दे पाया और उस पर कुल 65 मामले दर्ज रहे।
माफिया डॉन मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) बीते चार दशकों तक अपराध की दुनिया का बड़ा नाम रहा और राज करता रहा। लेकिन उसे पहली सजा सितम्बर 2022 में तब हुई जब प्रदेश में योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की सरकार दुबारा बनी।
आंकड़ों की बात करें तो मुख्तार (Mukhtar Ansari) पर ही 65 मामले दर्ज हैं। वहीं, उसकी पत्नी अफसा अंसारी पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। मुख्तार के बेटे अब्बास पर आठ और छोटे बेटे उमर पर छह केस दर्ज हैं। मुख्तार की बहू निखत पर भी एक मुकदमा दर्ज है। इतना ही नहीं मुख्तार के भाइयों अफजाल पर सात मामले तो सिगबतुल्लाह अंसारी पर तीन केस चल रहे हैं।
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माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की दहशत का खौफ ही ऐसा था कि पहले तो उसके द्वारा कारित अपराधों पर मामला दर्ज नहीं होता था और यदि हो भी जाए तो उसके खिलाफ गवाही देने के लिए न तो कोई तैयार होता था और न ही हिम्मत ही जुटा पाता था। करीब 40 सालों बाद जब उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (Yogi Government) दुबारा बनी और बदमाशों पर कार्रवाई हो रही थीं, तब उसे पहली सजा सितंबर 2022 में सुनाई गई थी।