लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (Yogi Government) बंजर, बीहड़ और असमतल भूमि (Barren Land) को कृषि योग्य बनाकर खेती का दायरा बढ़ाएगी। सरकार का दावा है कि इससे उत्पादन तो बढ़ेगा ही, साथ ही किसानों की आय में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री कार्यालय (CM Office) की ओर से सोमवार को जारी बयान के अनुसार राज्य सरकार ने पं. दीनदयाल उपाध्याय किसान समृद्धि योजना के तहत कुल 1.71 लाख हज़ार हेक्टेयर से अधिक भूमि को खेती योग्य बनाने का लक्ष्य तय किया है। सरकार की दलील है कि देश और प्रदेश में लगातार बढ़ती जनसंख्या के अनुरूप अन्न के उत्पादन को बढ़ाना जरूरी है। शहरों के विस्तार से उपजाऊ भूमि घटती जा रही है। ऐसे में कृषि योग्य भूमि को बढ़ाना जरूरी है। उत्तर प्रदेश में जमीन का बड़ा हिस्सा ऐसा है, जहां विषम परिस्थितियों के कारण किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। बीहड़, बंजर, असमतल और जलभराव के कारण काफी जमीन बेकार पड़ी है।
सरकार ऐसी भूमि को सुधारकर खेती योग्य बनाना चाहती है। इसके लिये सरकार ने सुधार करने योग्य कुल 1,71,386 हेक्टेयर भूमि को चिन्हित कर इसे कृषि योग्य बनाएगी। इसके लिए 477.33 करोड़ रुपये की राशि प्रस्तावित है। भूमि सुधार से भूगर्भ जलस्तर में भी बढ़ोतरी होगी। इससे सिंचाई और पेयजल की उपलब्धता में सुधार होगा।
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गौरतलब है कि पं. दीनदयाल किसान समृद्धि योजना के तहत पिछले पांच साल में 1,41,840 हेक्टेयर भूमि को सुधारकर खेती के योग्य बनाया गया है। इसके लिए 291.10 करोड़ रुपये का वित्तीय पोषण किया गया है।
सरकार ने एक सर्वेक्षण रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि जिन क्षेत्रों में यह योजना लागू की गई है, वहां की उत्पादकता में औसतल 8.58 कुंतल की वृद्धि हुई है। साथ ही किसानों की आय में 48.53 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इन क्षेत्रों में भूगर्भ जलस्तर में 1.42 मीटर की वृद्धि भी देखी गई है।