एक मई से शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार महाभियान चलाने वाली है। प्रदेश के सभी लोगों का वैक्सीनेशन करने के लिए ग्लोबल टेंडरिंग करेगी।
वैक्सीनेशन के लिए बनाई गई कमेटी ने ग्लोबल टेंडरिंग कराने की सिफ़ारिश की है। यूपी सरकार एक मई से वैक्सीन का महाभियान शुरू करने जा रही है।
गौरतलब है कि यूपी सरकार पहले ही घोषणा कर चुकी है कि जिन लोगों की उम्र 18 साल से अधिक है उन सभी को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी। उत्तर प्रदेश में अबतक 1 करोड़ 17 लाख 77 हजार लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है, इनमें 97 लाख 79 हजार वैक्सीन पहली डोज के रूप में लगी है, जबकि 19 लाख 97 हजार वैक्सीन दूसरी डोज के रूप में।
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यूपी में कोरोना पर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन पर जोर दिया जा रहा है। इसी कड़ी में योगी आदित्यनाथ ने वैक्सीन बनाने वाली दोनों स्वदेशी कंपनियों को 50-50 लाख डोज के दे ऑर्डर दिए हैं। सरकार सीरम इंस्टीट्यूट से कोविशील्ड की 50 लाख डोज और भारत बायोटेक से कोवैक्सीन की 50 लाख डोज खरीदेगी।
बीते दिनों ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि दोनों स्वदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनियों को 50-50 लाख डोज का ऑर्डर दे दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश में हो रहे वैक्सीन डोज के नुकसान को लेकर भी काफी गंभीर दिखे थे। उन्होंने बैठक में अधिकारियों से कहा कि किसी भी हाल में वैक्सीन खराब नहीं होनी चाहिए।
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1 मई से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के चौथे फेज में यूपी में करीब 9 करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज दी जानी है। अभी सरकार की ओर से 1 करोड़ वैक्सीन की डोज का ऑर्डर दिया गया है। बाकी वैक्सीन की कमी को पूरा करने के लिए ग्लोबल टेंडर निकालने का प्रस्ताव किया जा रहा है। इसमें दोनों स्वदेशी कंपनियों के साथ ही विदेशी कंपनियां भी टेंडर डाल सकती है।
हालांकि, भारत में अभी रूस की स्पूतनिक वैक्सीन को ही इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिली है, लेकिन आने वाले समय में फाइजर, जॉनसन एंड जॉनसन समेत कई कंपनियों की वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की इजाजत मिल सकती है। ऐसे में यूपी सरकार ने अभी से वैक्सीन खरीदने की तैयारी कर ली है।