लखनऊ। हाथरस की घटना पर यूपी की योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिले के एसपी विक्रांत वीर सस्पेंड ,डीएसपी व इंस्पेटर सस्पेंड कर दिया गया है। इन सबका नारको पॉलीग्राफ टेस्ट किया जाएगा। संबंधित थाने के इंस्पेटर समेत कई पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया गया है।
सरकार ने हाथरस जिले के डीएम प्रवीण कुमार व एसपी विक्रांत वीर की रिपोर्ट तलब की थी। इस मामले के उचित निपटारें में दोषी मानते हुए योगी सरकार ने तबादला कर दिया है।
हाथरस की घटना पर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार के शीर्ष अफसरों को तलब किया है। अदालत ने गुरुवार को घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए यूपी सरकार, शासन के शीर्ष अधिकारियों और हाथरस के डीएम और एसपी को नोटिस जारी किया है।
बता दें कि हाथरस की घटना को लेकर प्रशासन पर शुरू से ही सवाल उठ रहे हैं। हाथरस के डीएम पर अब पीड़िता के परिजनों ने गंभीर लगाए हैं। पीड़िता के परिजनों ने प्रशासन पर धमकाने और दबाव डालने का आरोप लगाया है। बता दें कि एक वीडियो सामने आया है, जिसमें हाथरस के डीएम प्रवीण कुमार पीड़ित परिवार को धमकी देते दिख रहे हैं। हाथरस के डीएम कह रहे हैं कि मीडिया वाले तो चले जाएंगे, लेकिन प्रशासन को यहीं रहना है। हाथरस के पीड़ित परिवार का कहना है कि उनको धमकाया जा रहा है। केस को रफा-दफा करने के लिए दवाब डाला जा रहा है।