कोरोना संकट के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वर्चुअली कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लिया है। 18 साल से ऊपर के लोगों का मुफ्त में वैक्सीनेशन होगा। राज्य सरकार अपने संसाधनों से टीकाकरण कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया है। यह वैक्सिन लोगों को सरकारी अस्पतालों में लगाई जाएगी।
मंत्रिमंडल की बैठक में कोविड 19 की स्थिति को लेकर गहन विचार विमर्श किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना की इस वेव में भी जीवन और आजीविकाएं दोनों को बचाने के लक्ष्य के साथ काम कर रही है। कोविड के खिलाफ जंग को प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पूरी मजबूती से लड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी प्रभारी मंत्री अपने-अपने प्रभार वाले जनपद में कोविड उपचार की स्थिति पर नज़र रखें और स्थानीय प्रशासन का मार्गदर्शन करें।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक जनपद के प्रभारी मंत्री नियमित समीक्षा करते हुए कोविड बेड की संख्या को दोगुना करना, ऑक्सीजन की अनवरत आपूर्ति, रेमेडिसीवीर सहित सभी जीवन रक्षक दवाओं की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास किये जाने पर जोर दिया गया।
करीब 1 घंटे तक चली बैठक में कोरोना के बढ़ते संक्रमण का मुद्दा ही मुख्य बिंदु रहा। इसके अलावा 3 श्रेणियों में टीकाकरण होगा। जिसमें सबसे पहले जिन लोगों को दूसरी डोज लगनी है उन्हें लगेगी, फिर 45 वर्ष के ऊपर के लोगों को इसके बाद 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
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इसके साथ ही बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि जो लोग सक्षम हैं और जो टीके की कीमत चुका सकते हैं, उनसे यह भी अपील सरकार की तरफ से की जा सकती है कि वह निजी अस्पतालों में टीका लगवा लें। मीटिंग में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह सहित कई अधिकारी वर्चुअली जुड़े।