कोरोना महामारी से निपटने के लिये वैक्सीनेशन की दौड़ में यूपी ने राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात समेत कई राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। सभी आयु वर्गों का टीकाकरण कराने में जहां योगी सरकार रोज नई उपलब्धियां हासिल की हैं, वहीं राजस्थान, पंजाब और छत्तीसगढ़ सरकार इसमें फिसड्डी साबित हुई हैं।
इन तीनों राज्यों में वैक्सीनेशन की स्पीड इनती धीमी है कि करोड़ों की संख्या में डोज मिलने के बाद भी आधी से कम आबादी को ही टीका लगाया गया है। लेकिन इससे एक कदम आगे बढ़ाते हुए योगी सरकार ने जुलाई से वैक्सीनेशन के लिए माइक्रो प्लान तैयार किया है। टीकाकरण अभियान में कोई दिक्कत न आये इसके लिए प्रदेश में अलग-अलग क्लस्टर बनाकर 17 जून से 26 जून तक ड्राइ रन की तरह टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा।
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प्रदेश के सभी जिलों के एक तिहाई विकास खण्डों को चार क्लस्टरों में बांटकर इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे क्रियान्वित किया जायेगा। इसके बाद ड्राई रन की तरह टीकाकरण अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा। चिकित्सा एंव स्वास्थय विभाग के अपर मुख्य सचिव की ओर से प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों से लेकर स्वास्थय विभाग के मंडलीय अधिकारियों और सूबे के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इसका प्लान भेज दिया गया है।
इस आदेश में कहा गया है कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विकास खण्डो को इकाई के रूप में और शहरी क्षेत्रों के निकायों को इकाई के रूप में लिया गया है। इन इकाईयों को क्लस्टर में ऐसे विभाजित किया जायेगा कि एक महीने में वैक्सिनेशन टीम सभी क्लस्टर में एक बार जरूर पहुंच जाये।