गोरखपुर। प्रदेश में होली (Holi) का पर्व आज शनिवार को भी मनाया जा रहा है। इन्हीं में से एक शहर है गोरखपुर। यहां आज सुबह घंटाघर से भगवान नृसिंह (Lord Narsingh) की होलिकोत्सव शोभायात्रा में कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi) शामिल हुए। उन्होंने फूल बरसाकर लोगों के साथ होली खेली। शोभायात्रा में विधानसभा चुनाव में भाजपा को हासिल प्रचंड जीत का विजय जुलूस जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। शोभायात्रा की शुरुआत सुबह गोरक्षपीठ में होलिका की भस्म का तिलक लगाकर हुई।
बता दें कि 1996 से लेकर 2019 तक इस शोभायात्रा में लगातार शामिल हुए योगी आदित्यनाथ पिछले दो सालों से कोरोना संक्रमण के कारण शामिल नही हुए।
उत्साह, उमंग, उल्लास एवं सामाजिक समरसता के पर्व ‘होली’ के अवसर पर… pic.twitter.com/lKzFnxzw2Q
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) March 19, 2022
यहां सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद यूपी के भावी सीएम ने जनता को संबोधित भी किया। उन्होंने सबसे पहले जनता को होली की बधाई दी और कहा कि दो साल के बाद यह पर्व हम फिर से बिना कोरोना के बंदिशों के मना रहे हैं जो बेहद हर्ष की बात है।
जोश में होश को न खोएं
सीएम योगी ने जनता से अपील की है कि होली जरूर खेलें लेकिन सावधानी से खेलें। जो न खेलना चाहे उसे जबरन रंग न लगाएं, त्योहार हर्ष के साथ खेलें किसी की भावनाओं को आहत करके नहीं। जोश में होश को न खोएं, शालीनता के साथ पर्व मनाएं। होली का मतलब अव्यवस्था नहीं हो सकता।
भगवान नृसिंह की शोभायात्रा में विजय जुलूस सा दिखेगा नजारा
त्योहार हमें अतीत से जोड़ते हैं
योगी ने कहा, पर्व हमें अतीत से जोड़ते हैं। होलिका और हिरण्यकश्यप हर समाज में मौजूद रहे हैं। हिरण्यकश्यप और होलिका ने भक्त प्रह्लाद को उसके भक्ति मार्ग से डिगाना चाहा पर सफल न हो सके। हमें भी भक्त प्रह्लाद की तरह अपने मार्ग से डिगना नहीं है।
भावी सीएम ने चुनाव में जीत के लिए भी जनता को धन्यवाद दिया और कहा कि जनता ने राष्ट्रवादी सरकार को चुना है। कोरोना काल में भी केंद्र और यूपी सरकार ने अच्छा काम किया। गरीबों को महीने में दो बार मुफ्त अनाज दिया जा रहा है, यह भी पहली बार हुआ है। वह बोले कि कोरोना में जिन लोगों की मौत हुई उनके परिवारों से हमारी संवेदना है।
जीत की खुशी में और चटक होगी गोरक्षनाथ की होली, नृसिंह शोभायात्रा में शामिल होंगे योगी
योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि आप होली के उल्लास से बीते 10 दिन से जुड़े हैं। बीते दो सालों में पहली बार होली पर कोरोना नियंत्रण में है और यही वजह है कि हम इस आयोजन में शामिल हो सके हैं। दूसरी खुशी की बात ये भी है कि यूपी की जनता ने एक बार फिर राष्ट्रवाद और सुशासन के लिए सरकार चुनी है। पहली बार भाजपा ने गोरखपुर की सभी 9 सीटें जीतीं।
You’re connected to enthusiasm of #Holi for past 10 days. For the first time in 2 yrs, Corona is under control on Holi & we’ve opportunity to participate in the event, in person. Secondly, UP once again chose a govt for nationalism&good governance: UP CM-designate Yogi Adityanath pic.twitter.com/uUJVCfZ5fJ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 19, 2022
संबोधन के बाद शुरू हुई शोभायात्रा
योगी आदित्यनाथ के संबोधन के बाद छह किलोमीटर लंबी शोभायात्रा शुरू हो चुकी है। इस शोभायात्रा में विशाल जनसमूह उमड़ा है। लोग रंग, अबीर-गुलाल और फूलों से होली खेलते हुए इस शोभायात्रा में शरीक हो रहे हैं। इस दौरान भाजपा के चुनावी कैंपेन में इस्तेमाल हुए कई नारे भी गूंज रहे हैं।
RSS ने 1944 में की थी शोभायात्रा की शुरुआत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से होली के दिन घंटाघर से निकलने वाली भगवान नरसिंह शोभायात्रा की शुरुआत RSS के प्रचारक नानाजी देशमुख ने 1944 में की थी। गोरखनाथ मंदिर में होलिकादहन की राख से होली मनाने की परंपरा इसके काफी पहले से जारी थी। नानाजी का यह अभियान होली के अवसर पर फूहड़ता दूर करने के लिए था। नानाजी के अनुरोध पर इस शोभायात्रा का गोरक्षपीठ से भी गहरा नाता जुड़ गया। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ के निर्देश पर महंत अवेद्यनाथ शोभायात्रा में पीठ का प्रतिनिधित्व करने लगे और यह गोरक्षपीठ की होली का अभिन्न अंग बन गया।
1996 से शामिल हो रहे योगी
1996 से योगी आदित्यनाथ ने इसे अपनी अगुवाई में न केवल गोरखपुर बल्कि समूचे पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामाजिक समरसता का विशिष्ट पर्व बना दिया। अब इसकी ख्याति मथुरा-वृंदावन की होली सरीखी है और लोगों को इंतजार रहता है योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाले भगवान नृसिंह शोभायात्रा का। पांच किलोमीटर से अधिक दूरी तय करने वाली शोभायात्रा में पथ नियोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता करते हैं और भगवान नृसिंह के रथ पर सवार होकर गोरक्षपीठाधीश्वर रंगों में सराबोर हो बिना भेदभाव सबसे शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करते हैं।