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गोरखपुर में गरजे योगी, बोले- माफिया भयभीत हैं और उनके आका बेचैन

बूथ अध्यक्षों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2022 का यूपी विधानसभा चुनाव बड़ा रोचक व महत्वपूर्ण होने जा रहा है। देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य का चुनाव स्वाभाविक रूप से देश और दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बिंदु होगा। इस चुनाव में एक तरफ देश के आन-बान-शान की रक्षा करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का नेतृत्व है तो दूसरी तरफ भारत को अपमानित करने वाले, जनता के हक पर डकैती डालने वाले, आतंकवाद समर्थक जिन्नावादी हैं। परिणाम दुनिया देखना चाहेगी।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जो कहा गया, उसे पूरा कर दिखाया गया है। मोदी ने नामुमकिन को भी मुमकिन बनाकर दिखाया। अब तो सबकी जुबान पर है कि मोदी हैं तो मुमकिन है। यही वजह है कि 2014 से बड़ा समर्थन 2017 और 2019 में मिला।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 70 सालों तक एक ही बात होती थी कि जनता के लिए भेजा गया सौ रुपया पहुंचते-पहुंचते 15 ही रह जाता है लेकिन आज सौ का सौ रुपया सीधे जनता तक पहुंचता है।

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योगी ने कहा कि भाजपा के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा की तरफ से दिया गया मंत्र “सेवा ही संगठन” सर्वोपरि है। कोरोना संकट में जब सारे विपक्षी नेता होम आइसोलेशन में थे, तब इसी मंत्र का अनुसरण कर भाजपा कार्यकर्ताओं ने लोगों के लिए भोजन, जांच, इलाज आदि की सेवा की। उन्होंने कहा कि दंगों के लिए कुख्यात यूपी में माफिया की घिग्घी बंध गई है। सत्ता के संरक्षण में जमीन कब्जा करने वालों पर सरकार का बुल्डोजर चल रहा है। सम्पति जब्त कर उसे विकास में लगाया जा रहा है। यह मजबूत इरादों की सरकार है और यही वजह है कि साढ़े चार सालों में कोई भी दंगा नहीं हुआ है। माफिया भयभीत हैं तो उनके सरपरस्त नेता भी बेचैन और परेशान हैं।

मुख्यमंत्री ने पीएम मोदी के नेतृत्व में 500 वर्षों के श्रीराम मंदिर आंदोलन को निर्णायक मुकाम मिलने और भव्य मंदिर निर्माण शुरू होने का स्मरण कराने के साथ ही गोरखपुर में एम्स की स्थापना और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर सलेशलिटी ब्लॉक में योगदान की चर्चा कर उनका आभार जताया।

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