हर किसी का सपना होता है कि अपना आशियाना हो। किराए की मार से हर कोई बचना चाहता है। ऐसे में घर खरीदने के लिए आम आदमी के पास सबसे बड़ा हथियार होता है होम लोन (Home Loan) का। लेकिन कई बार देखा गया है कि जिस घर को आप खरीदना चाह रहे हैं उसपर आपको 80 फीसदी तक ही लोन मिलता है। ऐसे में 20 फीसदी की डाउन पेमेंट का इंतजाम आपको खुद ही करना पड़ता है। इस फीसदी के चक्कर में आपका सपना अधूरा रह जाता है। अगर आपके साथ भी ऐसा है तो अब चिंता की जरुरत नहीं।
इस दिक्कत को दूर करने के लिए बैंक आरबीईआई से मांग कर रहे हैं कि होम लोन (Home Loan) में स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क को भी शामिल करें। अगर भारतीय रिजर्व बैंक इस प्रस्ताव को मंजूरी देता है तो लोन टू वैल्यू बढ़ जाएगी। ऐसा होने पर आपको होम लोन की रकम ज्यादा मिल सकेगा।
अभी कितना मिलता है लोन (Home Loan)
मौजूदा समय में मकान की कुल कीमत का 80 से 85 फीसदी तक ही होम लोन (Home Loan) मिल पाता है। अगर आप 50 लाख का घर खरीदना चाह रहे हैं तो आपको 40 लाख रुपए ही बैंक से मिलेगा। बाकी का 10 लाख आपको खुद ही इंतजाम करना होगा। और यही 10 लाख कई लोग नहीं जुटा पाते जिस कारण वो मकान के मालिक नही बन पाते हैं।
दरअसल मौजूदा समय में होम लोन (Home Loan) में स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क को लोन में शामिल नहीं किया जाता है। अब अगर नया प्रस्ताव पारित हो जाता है तो घर खरीदने वाले अब स्टांप शुल्क और रजिस्ट्री चार्ज को मिलाकर घर के लिए लोन ले सकेंगे।
स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क का झोल
दरअसल कोई भी मकान खरीदने में अच्छी खासी रकम स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क के रुप में देना होता है। एस के प्रॉपर्टीज के मालिक शैलेंद्र मिश्रा के मुताबिक 50 लाख के मकान पर 4 से 5 लाख इस मद में आसानी से खर्च हो जाता है। अब अगर ऐसा नियम आ जाता है तो घर खरीदारों को राहत तो मिलेगी ही।
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साथ ही हम जैसे बिल्डर्स को भी काफी राहत मिलेगी। अभी कई डील हमारी इसी लिए नहीं हो पाती क्योंकि कई ग्राहक मकान पर ज्यादा से ज्यादा लोन चाहते हैं। बैंक अगर स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क की रकम को लोन में शामिल कर ले तो इसे सबको फायदा होगा।