धर्म डेस्क। भगवान गणेश को कई नामों से जाना जाता है। कोई उन्हें एक दंत के नाम से बुलाता है, कोई उन्हें गजानन, कोई उन्हें गौरीसुत, कोई लंबोदर, कोई मंगलमूर्त, कोई मूषकवाहन, कोई सिद्धि विनायक तो कोई विघ्नहर्ता। कुल मिलाकर गणेश जी के 108 नाम है। किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत से पहले सबसे पहले गणेश जी की ही पूजा की जाती है। मान्यता है कि भगवान गणेश जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के सारे दुख हरकर उन्हें सुख और समृद्धि का वरदान देते हैं।
इस बार 22 अगस्त को गणेश चतुर्थी है। इस दिन लोग बप्पा को घर पर लाते हैं और उनकी पूजा अर्चना करते हैं। वैसे तो भगवान गणेश को लेकर कई कहानियां प्रचलित हैं। लेकिन आज हम आपको विघ्नहर्ता गणेश का आपको परिक्रमा वाला किस्सा बताएंगे जिसकी वजह से न केवल उन्हें सबसे ज्यादा बुद्धिमान कहा जाता है साथ ही उन्हें किसी भी शुभ कार्य में सबसे पहले पूजा करने का अधिकार मिला।
शिव जी भगवान गणेश की ओर मुस्कुराते हिए बोले- ‘तुमसे पहले ही गणेश पूरे ब्रह्मांड की परिक्रमा कर चुका है। इसलिए वो पहली पूजा का अधिकारी है। गणेश माता-पिता की परिक्रमा करके यह प्रमाणित कर चुका है कि वो ब्रह्मांड से भी बढ़कर हैं। गणेश ने इस बात का ज्ञान कराया है।’ तब से ही हमेशा किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले भगवान गणेश की पूजा होती है।